अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद से DGCA (Directorate General of Civil Aviation) एयरपोर्ट पर विमानों की सुरक्षा पर नजर रख रहा था। इस निगरानी के दौरान दिल्ली और मुंबई सहित प्रमुख एयरपोर्ट पर कई खामियां मिली हैं। DGCA ने इस बीच एक फ्लाइट को एयरपोर्ट से उड़ने से भी रोक दिया। बताया जा रहा है कि प्लेन के टायर घिसे हुए थे। एअरलाइन को दुरुस्त कराने के बाद के उड़ान की अनुमति दी गई।
एयरपोर्ट पर सुबह और शाम पीक आवर्स के समय की जांच
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद संयुक्त महानिदेशक के नेतृत्व में दो टीम बनाई गई थी। दोनों टीमों ने दिल्ली और मुंबई समेत कुछ अन्य एयरपोर्ट पर जाकर सेफ्टी ऑडिट की जांच की है। टीम ने दिल्ली और मुंबई समेत प्रमुख एयरपोर्ट पर सुबह और शाम पीक आवर्स के समय जांच की। इस दौरान ढेर सारी कमियां सामने आई हैं। DGCA ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिन एयरक्राफ्ट में खराबी आ रही है उसे एयरलाइंस द्वारा दूर नहीं किया जा रहा है। इसी तरह मेंटनेंस में लापरवाही बरती जा रही है। टेक ऑफ और लैंड में भी दिक्कत सामने आ रही है। यह जांच 20 और 21 जून को दिल्ली और मुंबई सहित प्रमुख एयरपोर्ट पर की गई थी।
प्लेन में यात्रियों की सुरक्षा रामभरोसे
DGCA के दावा है कि दिल्ली और मुंबई जैसे एयरपोर्ट पर हवाई संचालन रामभरोसे है। जांच में एयरलाइंस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। साफ्टवेयर को मौजूदा एयरक्राफ्ट के वर्जन के हिसाब से अपडेट नहीं किया गया था। प्लेन में घिसे-पिटे टायरों को इस्तेमाल किया जा रहा था। इससे प्लेन क्रैश का खतरा बढ़ जाता है। इसी तरह प्लेन के अंदर जीवन रक्षक जैकेटों की संख्या भी कम थी। प्लेन में कई ऐसी खामियां मिली हैं जो यात्री की सुरक्षा के लिए सबसे अहम है। वहीं इस बीच रनवे की सेंटर लाइन मार्किंग भी बहुत फीकी पाई गई है। जिसे दूर से नहीं देखा जा रहा था।
कोलकाता और हैदराबाद एयरपोर्ट की होगी जांच
DGCA अब कोलकाता और हैदराबाद एयरपोर्ट की भी इसी तरह जांच करेगा। यह जांच 25 जून से की जाएगी। दोनों ही एयरपोर्ट पर प्लेन के मेंटनेंस और उड़ानों को देखा जाएगा। एयरलाइंस के कामकाज पर भी नजर रखी जाएगी। खामियां मिलने पर इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
7 दिनों में सिस्टम को सही करने का दिया आदेश
DGCA ने ऑडिट के दौरान मिली कमियों को लेकर संबंधित एयरपोर्ट ऑपरेटर और एयरलाइंस समेत अन्य एजेंसियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। DGCA का कहना है कि सभी 7 दिन के अंदर इन कमियों को दुरुस्त कर लें।