कुमार गौरव,नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प के मुद्दे पर पूरा विपक्ष चर्चा की मांग कर रहा है। सरकार के तरफ से रक्षा मंत्री के बयान को इस मुद्दे पर काफी बताया गया और चर्चा की मांग स्वीकार नहीं किया जा रहा है। जिसके बाद विपक्ष ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया।
चर्चा की मांग को नकार देने के बाद सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने विरोध में लोक सभा से वॉकआउट किया। अन्य कई विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस का साथ देते हुए इस मुद्दे पर सदन से वॉकआउट किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने विपक्ष के विरोध के मुद्दे को जायज बताया और कहा कि संसद में 1962 की लड़ाई पर भी चर्चा हुई थी। लिहाजा इस मामले पर चर्चा की हमारी यानि की विपक्ष की मांग बिल्कुल जायज है। ये एक गंभीर मुद्दा है और इस मसले पर चर्चा होनी ही चाहिए।
शशि थरूर ने कहा कि रक्षा मंत्री ने एक बयान दिया लेकिन हमारे मन में भी इसे लेकर शंकाए हैं। लिहाजा इस मुद्दे पर हमे प्रश्न पूछने की अनुमति मिलनी चाहिए थी। फिर उनका जवाब मिलता तो हम संतुष्ट होते। बिना किसी सदस्य की बात सुने एक छोटा सा बयान देकर चले जाना लोकतंत्र नहीं है।
सरकार के तरफ से विपक्ष की चर्चा की मांग और वॉकआउट के सवाल पर जवाब देते हुए, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी हैं, अमेरिका भी भारत के साथ खड़ा है। उस समय देश के अंदर ही ये लोग प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते करते अपने महान देश भारत की भी आलोचना करने लगते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल इस तरह के मुद्दों पर चर्चा करके सेना के शौर्य को अपमानित कर रहे हैं। पहले भी कई मुद्दों पर विपक्ष सेना के शौर्य पर प्रश्न चिन्ह लगा चुका है।