नई दिल्ली: कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में एक चाय बगान मालिक पर 16 दलितों को कई दिनों तक बंधक बनाकर रखने का आरोप लगा है। पीड़ितों का कहना है कि उन्हें प्रताड़ित भी किया गया। बंधक बनाए गए लोगों में एक प्रेग्नेंट महिला भी थी जिसके साथ मारपीट की गई जिससे गर्भ में ही उसके बच्चे की मौत हो गई।
मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है। फिलहाल, सभी बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ा लिया गया गया है। पुलिस ने कहा कि चाय बगान का मालिक जगदीश गौड़ा और उसके बेटे तिलक गौड़ा के खिलाफ दलितों पर अत्याचार से संबंधित कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि दोनों फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
भाजपा ने कहा- आरोपी का पार्टी से कोई संबंध नहीं
कहा जा रहा है कि आरोपी जगदीश गौड़ा भाजपा समर्थक है। खबर की जानकारी के बाद भाजपा ने आरोपी जगदीश गौड़ा से दूरी बना ली है। पार्टी के जिला प्रवक्ता ने वरसिद्धि वेणुगोपाल ने इन दावों को खारिज कर दिया कि आरोपी पार्टी का नेता है। उन्होंने कहा कि न तो जगदीश पार्टी कार्यकर्ता हैं और न ही सदस्य। वह सिर्फ भाजपा समर्थक हैं। वह किसी भी अन्य मतदाता की तरह हैं।
पुलिस के मुताबिक, बंधक बनाए गए दलित जेनुगड्डे गांव में रहकर आरोपी के चाय बागान में दिहाड़ी मजदूर करते थे। दलितों ने आरोपी से 9 लाख रुपये की राशि उधार ली थी। कर्ज नहीं चुकाने पर उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि आठ अक्टूबर को कुछ लोग बालेहोन्नूर पुलिस थाने आए और आरोप लगाया कि जगदीश गौड़ा उनके रिश्तेदारों को प्रताड़ित कर रहे हैं, लेकिन बाद में उसी दिन उन्होंने शिकायत वापस ले ली।
मजूदरों को 15 दिनों तक बनाया गया था बंधक
अधिकारी ने कहा कि अगले दिन गर्भवती महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और चिक्कमगलुरु में पुलिस के पास एक नई शिकायत दर्ज कराई गई। उन्होंने कहा कि एसपी की ओर से मामला हमारे पास भेजे जाने के बाद हमने प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने पुष्टि की कि जब वह मौके पर गए थे, तो उन्होंने देखा कि कम से कम 8-10 लोगों को एक कमरे में बंद रखा गया था।
अधिकारी ने कहा कि दलितों को पिछले 15 दिनों से बंधक बनाकर रखा गया था। बंधक बनाए गए लोगों में चार परिवार के लोग शामिल हैं जिनमें 16 सदस्य हैं और सभी अनुसूचित जाति से हैं। अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती दलित महिला ने बताया कि मुझे एक दिन के लिए बंधक बनाया गया था। जगदीश गौड़ा ने मेरे साथ मारपीट की। मैं दो महीने की प्रेग्नेंट थी। मारपीट के बाद मझे अपना बच्चा खोना पड़ा।
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