Chhindwara News: मप्र के छिंदवाड़ा में कप सिरप मामले में प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने दवा लिखने वाले शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। छिंदवाड़ा के कोतवाली थाना क्षेत्र के राजपाल चौक से देर रात एसपी की टीम ने डॉ. प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कई धाराओं में मामला दर्ज किया था। इसके साथ ही पुलिस ने दवा निर्माता कंपनी पर भी एफआईआर दर्ज कर ली है। कोल्ड्रिफ सिरप पीने से 10 बच्चों की मौत हुई थी। डॉ. सोनी के अपने निजी क्लीनिक में बच्चों को कोल्ड्रिफ और नेस्ट्रो डीएस दवाइयां दी गई थीं। बता दें कि परसिया थाने में डॉ प्रवीण सोनी और दवा बनाने वाली श्रीसन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी.
इन धाराओं ने दर्ज हुआ केस
मामले पर बात करते हुए एसपी अजय पांडे ने बताया कि परासिया बीएमओ डॉक्टर अंकित सहलाम की शिकायत पर तमिलनाडु के कंपनी श्रेषन फार्मास्यूटिकल्स पर एफआईआर दर्ज की गई है। बीएनएस की दो अलग धारा एडल्ट्रेशन ऑफ ड्रग और हत्या की कोटि में आने वाले अपराधिक मानव वध एवं ड्रग्स एवं कॉस्मेटिक एक्ट के तहत एडल्टररेट ड्रग का मामला दर्ज किया गया है। इसमें किसी की मृत्य होने के मामले विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। इस केस में एक साल से 10 साल से लेकर अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है।
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प्रदेश में बैन किया गया है सिरप
बच्चों की मौत के बाद सीएम मोहन यादव ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप को पूरे प्रदेश में बैन कर दिया था। इसके अलावा मानकों पर खरी नहीं उतरने वाली अन्य दवाओं को छापामारी करके जब्त किया जा रहा है। बच्चों की मौत मामले में सीएम मोहन यादव कह चुके हैं कि दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सीएम यादव ने मृतक बच्चों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता और बीमार बच्चों का इलाज कराने का भी ऐलान किया है।
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