FIFA World Cup: फीफा वर्ल्ड कप में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को बुलाए जाने का भाजपा ने विरोध किया है। भाजपा प्रवक्ता सावियो रोड्रिग्स ने मंगलवार को सरकार, भारतीय फुटबॉल संघों और मेजबान देश की यात्रा करने वाले भारतीयों से फीफा वर्ल्ड कप के बहिष्कार की अपील की।
बता दें कि जाकिर नाइक को कतर में चल रहे फीफा विश्व कप के दौरान इस्लाम पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसे लेकर भाजपा प्रवक्ता रोड्रिग्स ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया आतंकवाद से जूझ रही है, नाइक को मंच देना ‘आतंकवाद से सहानुभूति रखने वाले’ को ‘नफरत फैलाने’ के समान है।
रोड्रिग्स ने कहा कि फीफा विश्व कप एक वैश्विक कार्यक्रम है। दुनिया भर से लोग इस शानदार खेल को देखने आए हैं और लाखों लोग इसे टीवी और इंटरनेट पर देखेंगे। जाकिर नाइक को एक मंच देना, ऐसे समय में जब दुनिया वैश्विक आतंकवाद से लड़ रही है, एक आतंकवादी को उसकी कट्टरता और नफरत फैलाने के लिए एक मंच देना है।
Islamic values are not universal. Humanity is the only universal value. While I respect the laws of Qatar, Qatar must respect our laws and not give a platform to terror sympathisers like Dr Zakir Naik a fugitive from India and hate preacher. He is no less than a terrorist. https://t.co/QTU0QRqpyT
---विज्ञापन---— Savio Rodrigues 🇮🇳 (@PrinceArihan) November 22, 2022
भाजपा नेता ने देश के लोगों और आतंकवाद के शिकार विदेशों के लोगों से आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के साथ एकजुटता दिखाते हुए विश्व कप के आयोजन का बहिष्कार करने की अपील की। रोड्रिग्स ने कहा कि जाकिर नाइक आतंकवादी से कम नहीं है।
2016 में भारत से भागा था जाकिर नाइक
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जाकिर ने खुले तौर पर आतंकी ओसाबा बिन लादेन का समर्थन किया है और भारत में इस्लामी कट्टरपंथ और नफरत फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बता दें कि भारत सरकार ने जाकिर को भगोड़ा घोषित किया है। वह 2016 में भारत से भाग गया था। जाकिर पर मनी-लॉन्ड्रिंग और हेट स्पीच देने का आरोप है। इस साल मार्च में गृह मंत्रालय ने जाकिर नाइक द्वारा स्थापित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) को गैरकानूनी संगठन घोषित किया था और उस पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
गृह मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि आईआरएफ के संस्थापक जाकिर नाइक के भाषण आपत्तिजनक थे क्योंकि वह ज्ञात आतंकवादियों का गुणगान करता रहा है। कहा गया है कि आईआरएफ संस्थापक भी युवाओं के जबरन धर्म परिवर्तन को बढ़ावा दे रहे हैं, आत्मघाती बम विस्फोटों को सही ठहरा रहे हैं। साथ ही हिंदुओं, हिंदू देवताओं और अन्य धर्मों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट कर रहे हैं, जो अन्य धर्मों के लिए अपमानजनक हैं।
अधिसूचना में कहा गया है, “नाइक भारत और विदेशों में मुस्लिम युवाओं और आतंकवादियों को आतंकवादी कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहा है।” इसने यह भी कहा कि गुजरात, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र और ओडिशा में IRF, इसके सदस्यों और साथ ही सहानुभूति रखने वालों की गैरकानूनी गतिविधियां देखी गईं।