पटना: बिहार में नई सरकार बनने के बाद कई प्रयोग किए जा रहें हैं। अब इसी कड़ी में बिहार सरकार ने शराब तस्करों और माफियाओं को दबोचने के लिए निजी जासूसों (डिटेक्टिव) की मदद लेने का निर्णय लिया है। यह डिटेक्टिव शराब तस्करों को पकड़ने में स्थानीय प्रशासन को इनपुट देंगे। इस गुप्त इनपुट पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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बिहार सरकार का शराब नीति को लेकर बड़ा फ़ैसला, शराब माफियाओं का पता लगाने के लिए नीजी जासूसों की मदद ली जाएगी।@SauravKu_News24 pic.twitter.com/dmE3Iw5J7t
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कमिशन पर काम करेंगे
जानकारी के मुताबिक बिहार मद्य और निषेध विभाग ने अब शराब तस्करों और माफियाओं को दबोचने के लिए निजी जासूसों (डिटेक्टिव) को रखने का फैसला किया है। इन जासूसों को कमिशन व एकमुश्त रकम पर रखा जाएगी। स्थानीय पुलिस व जिला प्रशासन इन जसूसों के साथ मिलकर काम करेगा। जिससे शराबबंदी के नियमों का सख्ती से पालन हो सके।
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18 जिलों में 1500 लोग पकड़े
बता दें आए दिन बिहार में जहरीला शराब पीने से लोगों के मरने की सूचना आती हैं। वहीं, बीते शनिवार और रविवार दो दिन प्रशासन द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में 18 जिलों से 1500 से अधिक लोगों को शराबबंदी कानून के उल्लंघन के आरोप में पकड़ा गया है। बिहार में शराबंदी है। लेकिन जांच एजेंसियों की मिलीभगत से यहां शराब तस्करी होती है।
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