Elephant Fight Bagdogra Jungle : जानवरों के बीच लड़ाई क्यों होती है? माना जाता है कि अक्सर क्षेत्र को लेकर जंगली जानवरों के बीच खूनी लड़ाई होती है। ये शेर, चीता, तेंदुआ, हाथियों के बीच भी होती है। दार्जिलिंग के कुर्सियांग डिवीजन के बागडोगरा के जंगलों में एक हाथी का शव मिलने से हड़कंप मच गया। अधिकारी ने बताया कि ये लड़ाई संभवतः क्षेत्र को लेकर हुई है।
एक अधिकारी ने बताया कि दार्जिलिंग के कुर्सियांग डिवीजन के बागडोगरा के जंगलों में एक मकना हाथी (बिना दांत वाला नर हाथी) का शव मिला है। सहायक प्रभागीय वन अधिकारी (SDFO) राहुल देब मुखर्जी के अनुसार, एक टस्कर (दांत वाला हाथी) और एक मकना हाथी के बीच लड़ाई हुई, जिसके बाद एक हाथी जंगल में मृत पाया गया।
हाथियों की लड़ाई पर क्या बोले अधिकारी?
अधिकारी ने बताया कि दोनों जानवरों के बीच संघर्ष क्षेत्रीय मुद्दों के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि लड़ाई में मकना हाथी घायल हो गया। SDFO ने बताया कि बागडोगरा के जंगल में एक हाथी और मकना हाथी के बीच लड़ाई हुई। हाथी स्थानीय है, जबकि मकना हाथी आसपास के जंगलों से आया होगा। झगड़े के बाद मकना हाथी बुरी तरह घायल हो गया और बहुत खून बह गया।
बरामद हुआ हाथी का शव
रविवार सुबह हाथी का शव बरामद हुआ है। इस घटना के बाद अब वन अधिकारी इस लड़ाई में शामिल हाथी पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। वन विभाग की तरफ से दुःख व्यक्त करते हुए कहा गया कि हम घायल हाथी को बचा नहीं सके। शव परीक्षण के बाद हाथी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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पलामू में भी हुआ था संघर्ष
इससे पहले पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला वन क्षेत्र में भी दो हाथियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें एक हाथी गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस हाथी का वन विभाग की टीम और डॉक्टरों ने मिलकर इलाज किया था लेकिन इस हाथी को भी नहीं बचाया जा सकता था। हाथी का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया।