Begeshwar Dham Sarkar Pandit Dhirendra Krishna Shastri Excusive Interview: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को ‘बाबा’ कहलाना पसंद नहीं है। उनका कहना है कि ‘बाबा’ शब्द विचित्र तरह का है। ‘बाबा’ विश्वनाथ भी हैं, वे महादेव हैं, लेकिन हम न तो देव हैं और न ही महादेव। इसलिए हमको यह कहलवाना अच्छा नहीं लगता। उन्होंने यह बात न्यूज 24 के साथ विशेष बातचीत में कही। इसके साथ ही, उन्होंने राम मंदिर और राजीव गांधी को लेकर भी अपनी बात रखी।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को क्या कहलाना पसंद है?
न्यूज 24 के एंकर मानक गुप्ता के साथ विशेष इंटरव्यू में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उन्हें पीठाधीश्वर, महाराज जी, पंडित जी, गुरुजी कहलाना पसंद है। महाराज जी तो हमारे बुंदेलखंड में काफी लोकप्रिय है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों का मार्गदर्शन करना गुरु का काम होता है। इसलिए लोग मुझे गुरुजी भी कहते हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कितने साल के हैं?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी उम्र और बढ़ती लोकप्रियता को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मैं 26 साल का हूं। भगवान हमसे करवा रहे हैं। यह हमारी लोकप्रियता है। बागेश्वर धाम हमारा है। हनुमान जी हमसे कुछ बड़ा करवाना चाहते हैं।
राम मंदिर का श्रेय किसे जाता है?
धीरेंद्र शास्त्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम मंदिर के निर्माण का श्रेय कारसेवकों, दो लाख से ज्यादा बलिदानी हिंदुओं, सुप्रीम कोर्ट में राम का पक्ष रखने वाले वकीलों, तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य जी महाराज, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मौन व्रत रखने वाले लोगों को जाता है। अगर राजीव गांधी ने ताला खुलवाया है तो श्रेय उन्हें भी जाता है। हमारी पीठ किसी का पक्ष नहीं लेती।
‘मेरा दरबार सभी के लिए खुला है’
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर से जब यह पूछा गया कि आपके पास मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान दोनों आए थे, लेकिन दोनों सीएम नहीं बने तो उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि मेरे पास वे सीएम बनने का आशीर्वाद लेने आए हों। मेरा दरबार सभी के लिए खुला है। मेरे सामने जो भी आता है, मैं उसको आशीर्वाद देता हूं।
22 जनवरी के दिन क्या छुट्टी होनी चाहिए?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे भारत में छुट्टी होनी चाहिए। यह दिवाली से भी बड़ा त्योहार है। अगर 22 जनवरी को नया उत्सव बन रहा है तो यह बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई थी, वहां फिर से मंदिर बन रहा है। अयोध्या तो बस झांकी है, मथुरा काशी बाकी है…
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