महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है। हाल ही में नागपुर में इस मुद्दे को लेकर हिंसा भी हुई। इस हिंसा से पहले और बाद में विभिन्न नेताओं और संगठनों द्वारा बयानबाजी की गई। इस विवाद में बजरंग दल का भी नाम सामने आ रहा है।
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि बजरंग दल औरंगजेब की कब्र को उखाड़कर फेंकने तक संघर्ष जारी रखेगा। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि कब्र हटाने के बाद औरंगजेब को कहां दफनाया जाएगा।
बजरंग दल की मांग: औरंगजेब की कब्र हटाई जाए
एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में नीरज दौनेरिया ने कहा, “औरंगजेब की कब्र को उखाड़कर फेंका जाना चाहिए। उसका एक भी ऐसा कार्य नहीं था जिसके लिए उसे महिमामंडित किया जाए। उसने केवल क्रूरता, बर्बरता और अत्याचार किए। जिसने मंदिर तोड़े, हम उसके महिमामंडन को स्वीकार नहीं कर सकते।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नागपुर हिंसा में हिंदुओं को टारगेट किया गया और यह एक सुनियोजित साजिश थी।
“गुलामी के प्रतीकों को हटाना जरूरी”
नीरज दौनेरिया का कहना है कि जब पूरी दुनिया में स्वतंत्र देशों ने अपने गुलामी के निशानों को मिटा दिया, तो भारत में ऐसा क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि 1958 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का गठन हुआ, लेकिन इसमें ऐसे स्थानों को संरक्षण दिया गया जो हमारे इतिहास में क्रूरता के प्रतीक थे। हमारे 12 ज्योतिर्लिंगों में से कितने ध्वस्त हुए? कितने प्राचीन मंदिर आज भी खंडहर पड़े हैं, जिन्हें संरक्षण नहीं मिला? लेकिन ऐसे क्रूर शासकों की कब्रों को संरक्षण में रखा गया।” उन्होंने कहा कि बजरंग दल 1958 के कानून में संशोधन की मांग कर रहा है ताकि ऐसे गुलामी के चिन्हों को मिटाया जा सके।
नीरज दौनेरिया ने यह भी दावा किया कि भारत में 14 करोड़ मुसलमान और 4-5 करोड़ ईसाई वे हिंदू हैं जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया था। खुद के और बच्चों का जीवन बचाने के लिए उन्होंने अपना धर्म बदल लिया था। चाहें वो आजमी हों या ओवैसी, इनके पूर्वजों पर अत्याचार हुए थे। आजाद भारत में उन्हें घर वापसी करनी चाहिए लेकिन वे बर्बर शासकों का महिमामंडन कर रहे हैं।
कहां दफनाया जाएगा औरंगजेब?
जब उनसे पूछा गया कि अगर औरंगजेब की कब्र हटाई जाती है, तो उसे कहां दफनाया जाएगा? इस पर नीरज दौनेरिया ने कहा कि औरंगजेब की कब्र तो उखड़ेगी ही। हम उसे उखाड़कर ही रहेंगे। बजरंग दल जब कोई ऐलान करता है तो उसे पूरा करता है। समय सीमा कम-ज्यादा हो सकती है, लेकिन यह तय है कि उसकी कब्र हटेगी। उन्होंने आगे कहा कि उसकी कब्र को एयरलिफ्ट कर समुद्र में फेंक देना चाहिए। भारत की पवित्र भूमि पर उसे रहने का अधिकार नहीं है। औरंगजेब ने खुद अपने पत्र में स्वीकार किया था कि उसने पाप किए हैं और वह पाप की गठरी लेकर जा रहा है। ऐसे व्यक्ति की कब्र भारत में नहीं होनी चाहिए।