Karnataka Elections 2023: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि अब समय आ गया है कि नया भारत अपने इतिहास को फिर से लिखे। बिस्वा ने ट्वीट कर कहा कि वामपंथियों द्वारा लिखा गया इतिहास बहुत हो गया। नए भारत को एक ऐसे इतिहास की जरूरत है जो हमारे नायकों द्वारा अपनी भूमि और धर्म की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान को पहचान सके।
असम सीएम ने ट्वीट कर लिखा कि यदि टीपू सुल्तान के स्वतंत्रता सेनानी होने के दावे की जांच की जाए तो पता चलता है कि उन्होंने सिर्फ अपने राज्य को बचाने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, तो उन 80,000 कोडावों के बारे में क्या जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए और हमारी संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए बहादुरी से अपने प्राणों की आहुति दी?
If we were to even examine the argument that #TipuSultan is a freedom fighter solely because he fought against the British to defend his own kingdom, what about the 80,000 Kodavas who bravely sacrificed their lives for their homeland and to safeguard our culture and Dharma ?…
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) May 7, 2023
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मंगलुरु में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरमा ने कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। सरमा ने कहा, “घोषणापत्र कांग्रेस के प्रतिनिधित्व का सही प्रतिबिंब है। यह बहुसंख्यक समुदाय के खिलाफ है। दस्तावेज से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस हिंदुओं से नफरत करती है और उनकी एकमात्र प्रेरणा बहुसंख्यक समुदाय के खिलाफ खड़े होना है।”
असम के सीएम ने आगे आरोप लगाया, “कांग्रेस के पास बहुसंख्यक समुदाय की संस्कृति और धर्म (धार्मिक प्रथाओं) के लिए नफरत के अलावा कुछ नहीं है।” उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्य बताया। सरमा ने शनिवार को कोडागु जिले के विराजपेट विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली में कहा, “सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्य हैं।”
बोले- पाकिस्तान जाकर मनाएं टीपू सुल्तान की जयंती
भाजपा नेता ने कहा कि अगर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया टीपू सुल्तान की जयंती मनाना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान में ऐसा करना चाहिए। सरमा ने कहा कि टीपू सुल्तान के खिलाफ लड़ाई में 80,000 से अधिक लोगों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और आज सिद्धारमैया कह रहे हैं कि वे टीपू सुल्तान जयंती मनाएंगे। यदि आप टीपू सुल्तान जयंती मनाना चाहते हैं, तो पाकिस्तान या बांग्लादेश में जाकर ऐसा करें।
10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच टीपू सुल्तान को लेकर बहस फिर से केंद्र में आ गई है। कर्नाटक विधानसभा के लिए वोटों की गिनती 13 मई को होगी।