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हवाई यात्रा कितनी सुरक्षित? अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान क्रैश के बाद उठे सवाल

अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने देश को झकझोर दिया, जिसमें 241 यात्रियों की मौत हुई। जानें किन कारणों से होती हैं विमान दुर्घटनाएं, क्या हवाई यात्रा सुरक्षित है और क्या विमान हादसे टाले जा सकते हैं।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Jun 14, 2025 22:07
flight crash
अहमदाबाद में एअर इंडिया का क्रैश विमान (फोटो सोर्स- ANI)

अहमदाबाद में हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद हादसे में 241  यात्रियों की मौत हो गई, जिससे हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोई भी विमान पूरी तरह से दुर्घटना मुक्त नहीं हो सकता लेकिन आधुनिक तकनीक और सुरक्षा उपायों के चलते हवाई यात्रा बेहद सुरक्षित है।

विशेषज्ञों के अनुसार, आज के आधुनिक विमान हाई टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं जो एक साथ काम करते हैं। बावजूद इसके, कभी-कभी टेक्नोलॉजी की खराबी, पायलट या एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की गलती, खराब मौसम या अन्य बाहरी कारण दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं।

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इतिहास में पहली विमान दुर्घटना 17 सितंबर 1908 को वर्जीनिया में हुई थी, जिसमें तकनीकी खराबी के कारण विमान का प्रोपेलर टूट गया था। तब से लेकर आज तक हवाई यात्रा की सुरक्षा में भारी सुधार हुआ है।

विमान हादसों के प्रमुख कारण

  • यांत्रिक खराबी या मेकेनिकल फेलियर
  • इंजन फेल होना
  • पायलट की गलती
  • एटीसी की चूक
  • खराब मौसम
  • पक्षी से टकराव
  • ट्रेनिंग की कमी
  • उपकरणों की खराबी

इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, 1.10 करोड़ उड़ानों में से केवल एक उड़ान दुर्घटनाग्रस्त होती है जो हवाई यात्रा को अत्यंत सुरक्षित बनाता है। विमान के नियमित रखरखाव में कमी से मैकेनिकल फेलियर हो सकता है, जो दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है। विशेषज्ञ बताते हैं कि लगभग 20% विमान दुर्घटनाएं यांत्रिक खराबी के कारण होती हैं लेकिन कई बार पायलट इन कठिनाइयों के बावजूद भी सुरक्षित लैंडिंग कर लेते हैं।

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एटीसी और पायलट दोनों की भूमिका उड़ान की सुरक्षा में महत्वपूर्ण होती है। नासा की रिपोर्ट के अनुसार, 50% से अधिक दुर्घटनाओं के पीछे पायलट की गलती होती है। एटीसी को हर दिन सैकड़ों विमानों का निर्देशन करना होता है, इसलिए उनकी गलती भी गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। मौसम भी हवाई यात्रा में एक बड़ी वजह बनता है, क्योंकि तूफान, तेज हवा और घने बादल टेक-ऑफ और लैंडिंग के समय खतरा पैदा कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : 7 महीने तक ग्रांउडेड रहा विमान, एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर 787-8 को लेकर बड़ा खुलासा

अहमदाबाद हादसे में, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आग लगने से भारी तबाही हुई। हादसे में 20 से अधिक मेडिकल छात्र भी मारे गए, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। एअर इंडिया ने इस हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजे का एलान किया है।

हवाई यात्रा सुरक्षित होने के बावजूद, विमान दुर्घटना पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है लेकिन लगातार तकनीकी सुधार, प्रशिक्षित पायलट, बेहतर एटीसी और मौसम की समझ से इन खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

First published on: Jun 14, 2025 10:07 PM

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