दिल्ली में शुक्रवार (12 दिसंबर) को एक अहम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मुलाकात हुई. कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें श्री कल्कि धाम के निर्माण की प्रगति रिपोर्ट भी सौंपी. लगभग 40 मिनट चली इस चर्चा में आचार्य ने कल्कि धाम के निर्माण की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं का विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया. इस मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने न्यूज 24 से बात की कल्कि धाम और पीएम मोदी से मुलाकात के बार में विस्तृत जानकारी दी.
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कैसा होगा कल्कि धाम?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया, ‘कल्कि धाम ऐसा धाम है जिसका उल्लेख श्रीमद भगवद गीता, भागवत और प्राचीन इतिहास में मिलता है. यह धाम न सिर्फ धार्मिक विरासत का प्रतीक होगा बल्कि देश के आध्यात्मिक पर्यटन के लिए भी एक बड़ी पहचान बनेगा. कल्कि धाम को एक वैश्विक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है, जहां लाखों श्रद्धालु और पर्यटक हर वर्ष पहुंचेंगे.’
PM मोदी ने किया था शिलान्यास
उन्होंने आगे बताया कि मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने भी परियोजना से जुड़े पहलुओं को ध्यान से सुना और इसकी प्रगति में रुचि दिखाई. कल्कि धाम का निर्माण आने वाले वर्षों में भारत के आध्यात्मिक मानचित्र पर एक नई पहचान स्थापित कर सकता है. आपको बता दें कि खुद पीएम मोदी ने 2024 में उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया था. मंदिर का निर्माण कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट द्वारा किया जा रह है. मंदिर में भगवान विष्णु के सभी 10 अवतार विराजमान होंगे, जहां श्रद्धालु गर्भगृह में उनके दर्शन कर सकेंगे.
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