AC Temperature Rules Explainer: गर्मी का सीजन शुरू होते ही AC की खरीदारी और मरम्मत शुरू हो जाती है। आजकल भारत में जिस तरह से गर्म हवाएं चल रही हैं और चिपचिपी उमस परेशान कर रही है, AC के बिना बैठने के बारे में सोच तक नहीं सकते। वहीं AC की खपत और मांग बढ़ती तो बिजली की खपत और मांग भी बढ़ती है। बिजली बिल भी ज्यादा आता है, बिजली खर्च भी ज्यादा होती है। स्वास्थ्य के लिए AC की हवा खतरनाक भी साबित हो जाती है।
AC अकसर हादसों का कारण भी बन चुका है। कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने फैसला लिया है कि एयर कंडीशनर का तापमान कंट्रोल करने के लिए नियम बनाने जा रही है। केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस संबंध में जानकारी दी और कहा कि नियम लागू होते ही लोग AC का मिनिमम टेंपरेचर 16 से 20 डिग्री और मैक्सिमम टेंपरेचर 20 से 28 डिग्री के बीच ही सेट कर पाएंगे। आइए AC को लेकर सरकार की नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानते हैं…
When you buy an AC in India, where summer temperatures reach up to 45°C, you pay 28% GST to the government.
---विज्ञापन---For an AC priced at ₹34,000, that means ₹9,520 goes straight to the government because the government considers it a luxury, even though it’s a basic need in this kind… pic.twitter.com/EDoOK8c0dm
— Aaraynsh (@aaraynsh) June 11, 2025
किन पर लागू होगा नियम?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, AC का टेंपरेचर कंट्रोल करने के नियम सभी पर लागू होंगे। AC चाहे घर में लगा हो, ऑफिस में लगा हो, दुकानों-शोरूम में लगा हो या गाड़ियों में लगा हो, तापमान कंट्रोल करने का नियम सभी पर लागू होगा। नए नियम लागू होते ही AC भी नए टेंपरेचर की रेंज में बनाए जाएंगे।
सबसे बड़ा फायदा क्या होगा?
AC का टेंपरेचर कंट्रोल होने से सबसे बड़ा फायदा बिजली की खपत और बचत का होगा। तापमान कंट्रोल होने से बिजली कम खर्च होगी और बिजली बचेगी। बिजली का बिल भी कम आएगा। सरकार और जनता दोनों का फायदा होगा। पावर कट कम लगेंगे। पावर ग्रिड पर दबाव कम होगा।
#WATCH | Delhi: Union Minister of Housing & Urban Affairs, Manohar Lal Khattar says, “Regarding air conditioning standards, a new provision is being implemented soon. The temperature standardization for ACs will be set between 20°C to 28°C, meaning we won’t be able to cool below… pic.twitter.com/Iwnaa4ZPKN
— ANI (@ANI) June 10, 2025
क्या कहते हैं एक्सपर्ट और लोग?
AC का टेंपरेचर कंट्रोल करने के सरकार के फैसले की एक्सपर्ट आलोचना कर रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि AC का तापमान कम होने से कूलिंग कम होगी और गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। वहीं कुछ लोग इसे बिजली और बिजली बिल बचाने का सबसे अच्छा कदम बता रहे हैं। AC बनाने वाली कंपनियां सरकार के इस नियम का समर्थन कर रही हैं।
क्या विदेशों में भी हैं ऐसे नियम?
AC का टेंपरेचर कंट्रोल करने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए एक्सपर्ट कह रहे हैं कि सरकार विदेशों की नकल कर रही है, क्योंकि विदेशों में भी AC टेंपरेचर कंट्रोल करने के नियम लागू हैं। इटली, जापान और साउथ कोरिया में नियम फॉलो किए जाते हैं। इटली और स्पेन में 23, जापान में 27 डिग्री तापमान रखन का नियम है। आलोचक कहते हैं कि भारत में गर्मी की तुलना इटली और जापान से नहीं की जा सकती।
नियम के पक्ष-विपक्ष में कौन-कौन?
AC का टेंपरेचर कंट्रोल करने के सरकार के फैसले का समर्थन काउंसिल ऑन एनर्जी एनवायरनमेंट एंड वाटर (CEEW) कर रही है। डायरेक्टर शालू अग्रवाल कहती हैं कि नियम लागू होने से बिजली बचेगी, बिजली बिल कम आएगी। बिजली की खपत को 12 प्रतिशत कम किया जा सकता है।
वहीं आर्किटेक्ट्स फैसले के खिलाफ हैं। वे कहते हैं कि घरों के अंदर लोगों को कूलिंग चाहिए, क्योंकि घर चारों ओर से बंद होते हैं तो अंदर गर्मी होती है, जिस वजह से कूलिंग की जरूरत है। आज जिस तरह से तापमान बढ़ता जा रहा है, AC लग्जरी नहीं जरूरत बन गया है।