गुवाहटी: असम में सात जर्मन नागरिक टूरिस्ट वीजा पर आकर कर रह रहे थे। लेकिन वह चोरी छिपे ईसाई धर्म का प्रचार करने लगे। सूचना मिलने पुलिस ने 7 जर्मन नागरिकों को पकड़ा है। इनके साथ पुलिस ने झारखंड के एक शख्स को भी हिरासत में लिया है। जो जर्मन समूह के साथ था। बताया जा रहा है कि पकड़े गए लोगों में महिलाएं भी शामिल हैं।
Assam Police detained 7 German nationals for violating their tourist visa norms & for allegedly delivering sermons at a religious program in Kaziranga
---विज्ञापन---We've fined 500 USD per person &contacted the competent authority to deport them to their respective country: Special DGP Assam pic.twitter.com/qdlDvi2Tzn
— ANI (@ANI) October 29, 2022
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असम में गोलाघाट के एसपी रमनदीप कौर के मुताबिक आरोपियों के पास टूरिस्ट वीजा है। वह सभी पर्यटक वीजा पर कोई मिशनरी कार्य नहीं कर सकते। उन्होंने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। उन्हें कल उनके देश भेज दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक धर्म संबधी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आने पर मिशनरी (एम) वीजा लगता है। लेकिन सभी आरोपी टूरिस्ट वीजा पर आए थे। सभी गैर कानूनी ढंग से लोगों के बीच ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे थे। पुलिस के अनुसार सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों पर 500 यूएस डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है।
पुलिस ने बताया कि सभी जर्मन नागरिकों को गोलाघाट जिले के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में रखा गया है। पुलिस ने कहा कि उन स्थानीय ईसाई संगठनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है जिन्होंने जर्मन नागरिकों को सही तरह के वीजा के बारे में सही सलाह दिए बिना आमंत्रित किया था। पुलिस के अनुसार, सात जर्मन नागरिक तिनसुकिया, मार्गेरिटा और कार्बी आंगलोंग में धार्मिक सभाओं में शामिल हुए और शनिवार को तेजपुर में इस तरह के एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।