मुंबई: अग्निवीर के तर्ज़ पर अब महाराष्ट्र में 3 हज़ार पुलिस कर्मियों की भर्ती करने का फ़ैसला गृह विभाग ने किया है। राज्य सुरक्षा महामंडल की तरफ़ से यह भर्ती 11 महीनों के लिए की जायेगी इस तरह का यह पहला फ़ैसला है। मुंबई पुलिस के पास मैन पॉवर की भारी कमी के चलते मुंबई पुलिस कमिश्नर के बिनती पर गृह विभाग ने कॉन्ट्रैक्ट पुलिसवालों की भर्ती का फ़ैसला लिया है।
पुलिस बल के लिए सिपाही से लेकर एपीआई (असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर) के 40 हज़ार 624 पोस्ट को मंज़ूरी दी गयी थी इनमें से 10 हज़ार पोस्ट ख़ाली हैं जिस कारण रोज़ के कामों के लिए पुलिस की कमी खल रही हैं। राज्य सरकार ने 21 जनवरी 2021 को 7076 सिपाही और 994 पुलिस ड्राइवर की भर्ती को मंज़ूरी दी थी। यह भर्ती प्रकिया और ट्रेनिंग पूरा होकर नया पुलिसबल 2 साल बाद सेवा में आयेगा तब तक 11 महीने तक पुलिसवालों की कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती की जाएगी।
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कांग्रेस विधायक भाई जगताप ने कहा अगर पुलिस कॉन्ट्रेक्ट पर काम करेंगें तो कैसे करेंगे, आज पुलिस का ट्रांसफर किया जा रहा है पैसे लेकर। पुलिस की जिस तरह से छवि बनी है ऐसे में कॉन्ट्रेक्ट होता है तो पुलिस की छवि खराब होगी जिसकी मैं निंदा करता हूं। एनसीपी नेता रोहित पवार ने भी कॉन्ट्रेक्ट भर्ती को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रेक्ट भर्ती करना सीक्रेसी के लिए भी घातक है ऐसे में हम इसका विरोध करते हैं। अगर आप को भर्ती करना है तो होमगार्ड का इस्तिमाल करें। होमगार्ड है तो पुलिस को कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती करने की क्या जरूरत है।
महाराष्ट्र का गृह विभाग उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के पास है लेकिन अबतक उनका कोई बयान सामने नहीं आया है। महाविकास अघाडी सरकार में शामिल कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी शरद गुट पुलिस कॉन्ट्रेक्ट भर्ती को लेकर मुंबई में जारी मानसून सत्र में विधानसभा के अंदर महायुति सरकार को घेरने की कोशिश में है।
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