12 Year Old Boy Stopped Train Showing Red T-shirt: बचपन में सभी ने एक कहानी जरूर सुनी होती है कि एक शख्स ने अपनी लाल शर्ट से दिखाकर ट्रेन को दिया था। अब ये कहानी हकीकत हो गई है। पश्चिम बंगाल में 12 साल के एक लड़के ने रेलवे ट्रैक को टूटा देखा तो अपनी लाल रंग की टीशर्ट उतार को ट्रेन के पायलट को इशारा दिया। खतरे की आशंका को देखते हुए पायलट ने ट्रेन को रोक दिया और एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बच्चे को रेलवे ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
यार्ड में मजदूरी करते है बच्चे के पिता
जानकारी के मुताबिक ये मामला पश्चिम बंगाल के मालदा स्थित एक रेलवे यार्ड का है। यहां एक 12 वर्षीय लड़के ने क्षतिग्रस्त रेलवे ट्रैक की ओर तेजी से आ रही ट्रेन के पायलट को चेतावनी देने के लिए अपनी लाल टी-शर्ट को झंडे के रूप में इस्तेमाल किया। बताया गया है कि मुर्सलीन शेख नाम का लड़का यार्ड में कार्यरत एक प्रवासी श्रमिक का बेटा है। घटना के वक्त मुर्सलीन कुछ मजदूरों के साथ यार्ड में मौजूद था।
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टूटे ट्रैक की ओर तेजी से आ रही थी सवारी ट्रेन
वहां उसने देखा कि यार्ड के पास रेलवे ट्रैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त है। इसी दौरान एक यात्री ट्रेन तेजी से आ रही थी। तुरंत लड़के को बचपन की कहानी याद आ गई। उसने अपनी लाल टी-शर्ट उतारी और उसे आती हुई ट्रेन की ओर लहराना शुरू कर दिया। ट्रेन के लोकोमोटिव पायलट ने ये सिग्नल देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगाए, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
12 साल के बच्चे को आया ये प्लान
घटना के बारे में बात करते हुए नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के प्रवक्ता सब्यसाची डे ने बताया कि मालदा में एक 12 साल के बच्चे ने अपनी लाल रंग की टी-शर्ट से इशारा दिया, जिसके कारण लोको-पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रेन रोक दी। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया था। अधिकारियों ने बच्चे के इस काम की सराहना की है।
रेलवे से लेकर सांसद तक ने किया सम्मानित
रेलवे अधिकारियों ने लड़के को बहादुरी के लिए प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। उधर स्थानीय सांसद और मंडल रेल प्रबंधक ने भी लड़के के घर जाकर उसे बधाई दी। अधिकारियों ने बताया कि इस बीच ट्रैक के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत कर दी गई और परिचालन फिर से शुरू कर दिया गया।