Wrinkles Causes: झुर्रियां उम्र बढ़ने की प्रक्रिया की पहचान हैं, लेकिन कई साइंटिस्ट मानते हैं कि ये उम्र बढ़ने का कारण भी बन सकती हैं। यह सिद्धांत इस खोज से आया है कि बुढ़ापे में त्वचा ज्यादा इनएक्टिव और कमजोर सेल्स होती हैं, जो ऑर्गेनिक डिसऑर्डर अव्यवस्था पैदा करती हैं। ये कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की वजह भी बन सकती हैं। सिंगापुर की स्टार स्किन रिसर्च लैब्स और स्किन रिसर्च इंस्टीट्यूट के कार्यकारी डायरेक्टर प्रोफेसर रेचेल वॉटसन के अनुसार, ज्यादातर झुर्रियां त्वचा के खुले क्षेत्रों जैसे चेहरा, गर्दन और हाथ पर बनती हैं, क्योंकि अल्ट्रावायलेट किरणें त्वचा के प्रोटीन के टूटने के प्रोसेस को तेज करती हैं। ये समय से पहले त्वचा की उम्र बढ़ने का कारण बनती हैं।
सूरज की किरणें, स्मोकिंग, प्रदूषण खराब डाइट, गलत तरीके से सोने और मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल स्किन की निचली परत में टिश्यू की गिरावट को तेज कर सकता है। धूम्रपान उम्र बढ़ने के प्रोसेस को भी बढ़ाता है, जिससे त्वचा में कोलेजन कम हो जाता है। ओरेगन यूनिवर्सिटी की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल फोन से निकलने वाली नीली रोशनी से न्यूरोडीजनरेशन का खतरा है।
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इसमें धीरे-धीरे सवेनेट केमिकल का लेवल कम होता है, जो एनर्जी प्रोडक्शन प्रभावित करता है। त्वचा की उम्र बढ़ने के साथ रेखाएं स्थाई हो जाती हैं। माथे व आंखों के पास पहली महीन रेखाएं 20 की उम्र में आ सकती हैं। 30 की उम्र तक लाइनें बढ़ जाती हैं। 40-50 की उम्र में आंखों के नीचे व मुंह के आसपास भी गहरी रेखाएं आती हैं।
पीठ के बल सोना कर सकता है झुर्रियों से बचाव
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में जैव रसायन विज्ञान के प्रोफेसर माइकल शेरेट के अनुसार, अगर आप करवट या पेट के बल की स्थिति में ज्यादा सोते हैं, तो चेहरे पर दबाव आगे की रेखाओं को प्रेरित कर सकता है। ऐसे में संभव हो तो अपनी पीठ के बल सोएं।