Idiot Syndrome Symptoms And Prevention: बेशक आज के टाइम में इंटरनेट की मदद से हर तरह की तमाम जानकारी आपको मिल जाती हैं, लेकिन हर इंफॉर्मेशन पर आंख मूंदकर विश्वास करना ठीक नहीं है। खासतौर से जब बात हेल्थ से जुड़ी हैं। आजकल लोगों ने गूगल को डॉक्टर बना लिया है।
कोई भी समस्या होती है, तो हर कोई तुरंत समस्या से जुड़े लक्षणों को सर्च करने लगते हैं। अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं तो आप Idiot Syndrome के शिकार हैं। यह एक ऐसी कंडीशन है जिसमें कुछ लोग हेल्थ एक्सपर्ट से ज्यादा इंटरनेट पर भरोसा करते हैं। इसीलिए इसे इडियट सिंड्रोम नाम दिया गया है।
IDIOT सिंड्रोम क्या है?
अगर आप IDIOT सिंड्रोम से पीडित हैं, तो इसका मतलब है Internet Derived Information Obstruction Treatment यानी कि इंटरनेट की मदद से बीमारी का सॉल्यूशन ढूंढना और इसके कारण आपके मन में गलतफहमियां पनपती हैं। इसके अलावा गलत इलाज और बीमारी बढ़ने का खतरा हो सकता है।
लोगों पर कैसे असर करता है ?
IDIOT सिंड्रोम एक साइकोलॉजिकल इफेक्ट है। यह एक ऐसी मेंटालिटी को जन्म दे सकता है, जिसमें मरीज मेडिकल से जुड़ी चीजों पर विश्वास नहीं करता है और खुद ही अपना ट्रीटमेंट करते हैं। यह सोच और हैबिट पहले से किसी बीमारी का शिकार लोगों के ट्रीटमेंट में रुकावट डालती है, जिससे मरीज की हालत गंभीर हो सकती है।
Idiot Syndrome के लक्षण
- कोई पीड़ित है तो वह डॉक्टर या इंसान से ज्यादा गूगल पर भरोसा करता है।
- छोटी से छोटी समस्या के लिए वह गूगल पर सर्च करने लगता है।
- यह स्थिति एक समय के बाद इतनी ज्यादा गंभीर हो जाती है कि जब उसे अपने मन के अनुसार, रिप्लाई नहीं मिलता है तो वह टेंशन में होता है।
- गूगल पर सारी जानकारी सही नहीं होती है। इसमें सही से ज्यादा गलत जानकारियां ज्यादा हैं।
Idiot Syndrome से बचाव कैसे करें ?
- काम के हिसाब से ही इंटरनेट का यूज करें।
- हेल्थ से जुड़ी जानकारी पर गूगल पर ज्यादा विश्वास न करें।
- गूगल पर कोई जानकारी मिली है तो एक बार डॉक्टर से डिस्कस जरूर करें।
- हेल्थ से जुड़ी जानकारी डॉक्टर से लें बजाय गूगल की हेल्प लें।
- किसी भी जानकारी पर आंख बंद करके ट्रस्ट न करें।
ये भी पढ़ें- छींकते या खांसते समय क्यों अचानक लीक हो जाता है यूरिन
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।