Stress-Related Illness: क्या सोचना भी किसी गंभीर बीमारी का शिकार बना सकती है? सोचने जैसी आदत क्या हमारे शरीर के अंगों पर प्रभाव डालती हैं? सोचने से हमारे शरीर के किन-किन अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है? कौन-कौन सी बीमारियां हमें बिना कुछ गलत खाने पीने की आदतों के लग सकती हैं? अगर आपके भी कुछ ऐसे ही सवाल हैं और आपको लगता है कि सोचने से सिर्फ तनाव या बीपी जैसी समस्या होती है तो आप बिल्कुल गलत हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि गलत सोचने से व्यक्ति खुद कई तरह की बीमारी को अपने नाम कर लेता है। सोचने से सिर्फ एंजाइटी (Anxiety), डिप्रेशन (Depression), तनाव (Stress) जैसी समस्या ही नहीं होती है और सिर्फ दिल या दिमाग पर असर नहीं पड़ता है बल्कि आपके शरीर के कई अंगों पर ज्यादा सोचने का बुरा प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं कि गलत सोचने से कौन सी 4 बीमारियां हो सकती हैं और आपके शरीर के कौन से अंग कमजोर हो सकते हैं?
गलत सोचने से होती हैं ये 4 बीमारियां
1. हाई बीपी (High BP)
गलत तरह से सोचना न आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे लोग जो ज्यादा सोचते हैं उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। अधिक सोचने से शरीर में हार्मोन बढ़ता है और फिर दिल की धड़कन बहुत तेज होने लगती है। साथ ही ब्लड वेसेल्स पर असर पड़ता है और बीपी हाई होने लगता है। कई बार अधिक चिंता दिल की बीमारी या बीपी की समस्या को भी बढ़ा सकता है।
2. थायराइड (Thyroid)
गलत सोचने की आदत से व्यक्ति को थायराइड की बीमारी भी हो सकती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अधिक चिंता या सोचने की आदत व्यक्ति में ऐसे हार्मोन्स उत्पन्न करती है जो उन्हें गलत खाने पीने या अधिक खाने की ओर बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा न खाने की आदत से भी थायराइड हो सकता है। शरीर में अगर आयोडीन की कमी हो जाती है तो थायराइड जैसी बीमारी हो सकती है।
3. कमर में दर्द (Back Pain)
किसी जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने की आदत के अलावा आपके भावनात्मक तनाव के चलते भी कमर दर्द की समस्या हो सकती है। कमर का दर्द भावनाओं से संबंधित स्ट्रेस लेने पर भी बढ़ जाता है। एक सर्वे में कमर दर्द नौकरी की असुरक्षा होने की चिंता का भी एक कारण माना गया है। इसके अलावा किसी को खो देने का डर या किसी बात को लेकर हद से ज्यादा चि
4. घुटने का दर्द (Knee Pain)
घुटने में दर्द होने की वजह ज्यादा सोचना भी है। गलत सोचना या ज्यादा सोचना शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे स्ट्रेस हार्मोन को जारी करता है। इसलिए जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में जकड़न की समस्या हो सकती है।
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किन आदतों से शरीर का कौन सा अंग होता है कमजोर?
1. गुस्सा- अगर आपको बात-बात पर बहुत ज्यादा गुस्सा आता है, तो ऐसा करना बंद कर दें। बताया जाता है कि जो लोग ज्यादा गुस्सा करते हैं उनका लीवर कमजोर होता है। अधिक गुस्सा आपके लीवर को कमजोर कर सकता है।
2. चिंता- ऐसे लोग जो ज्यादा चिंता करते हैं उन्हें अपनी इस आदत को बदलना चाहिए। ज्यादा सोचने या चिंता करने की आदत से आपका पेट कमजोर होता है और आपको पेट से संबंधित कोई समस्या हो सकती हैं।
3. दुख- ऐसे लोग जो ज्यादा दुखी रहते हैं उनका फेफड़ा कमजोर हो जाता है। आप अपने फेफड़ों को दुखी होकर कमजोर करते हैं।
4. तनाव- ऐसे लोग जो ज्यादा तनाव में रहते हैं और उन्हें हर चीज की चिंता के साथ टेंशन भी बहुत रहती है तो ऐसी आदत सही नहीं है। अधिक तनाव लेने से आपका दिल और दिमाग कमजोर होता है।
5. डर- कहते हैं डर इंसान को कई तरह कमजोर बना देता है, लेकिन आपको बता दें कि ज्यादा डर आपकी किडनी को कमजोर बनाता है।
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Disclaimer: उपरोक्त जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।