Foods for Mental Health: कुछ लोगों क बिहेवियर अचानक से चिड़चिड़ाने लगता है, ये लोग देखते ही देखते किसी भी बात पर गुस्सा करने लगते हैं या चिंतित हो जाते हैं। ये सब उनकी बिगड़ती मेंटल हेल्थ के बारे में संकेत देता है। जरा-जरा सी बात पर मूड ऑफ होना यानी डोपामिन हार्मोन की कमी होना। डोपामिन ऐसा हार्मोन है जो हमे खुश रहने का संकेत देता है। इस हार्मोन को बूस्ट करने के लिए अक्सर लोग स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक्स की मदद लेते हैं। हम आपको कुछ ऐसे सुपरफूड्स के बारे में बताएंगे जिसके सेवन से आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहेगी और नेचुरल तरीके से डोपामिन लेवल बढ़ेगा।
शरीर को क्यों जरूरी है डोपामाइन
इसकी कमी के चलते आपको अनचाही थकान और फोकस की कमी महसूस होने लगती है। कम डोपामाइन से मूड स्विंग्स, नींद की कमी और भूलने की बीमारी हो सकती है। इसके अलावा डोपामाइन का लेवल कम होना से इंसान सेक्स और प्यार से भी दूरी बनाने लगता है। डोपामाइन से ब्रेन हेल्थ को बूस्ट मिलता है और संतुष्टि व खुशी का एहसास होता है, शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी से डोपामिन का लेवल कम हो सकता है इसके लिए आपको अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल करना चाहिए।
प्रोटीन पैक्ड फूड्स
अपनी डाइट में चिकन, अंडा और डेयरी प्रोडक्ट्स को जगह दें, इनके सेवन से शरीर में अमीनो एसिड टायरोसिस की पूर्ति होती है। यह ब्रेन से डोपामाइन को रिलीज करने में मदद करता है। साथ ही भूख लगने की समस्या को भी दूर करता है।
नट्स एंड सीड्स
दिनभर में एक मुट्ठी नट्स और बीजों का सेवन हर इंसान को करना चाहिए। इनके सेवन से डोपामिन की कमी पूरी होती है। आप बादाम-काजू, अखरोट, कद्दू के बीज, अलसी के बीज खा सकते हैं। इन्हें सही तरीके से खाने के लिए आप रातभर भिगोकर रख सकते हैं या रोस्ट कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें-Fatigue Reason: हर वक्त थकान महसूस कराती हैं ये 8 गलतियां, कहीं आप तो नहीं करते? बीमारियों को दावत
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट के सेवन से डोपामाइन का स्तर स्टिम्यूलेट होता है और ब्रेन सेल्स एक्टिव होते हैं। डार्क चॉकलेट ब्रेन को डोपामाइन रिलीज करने के लिए फोर्स करता है, इसलिए दिन में एकबार सीमित मात्रा में इसे खाया जा सकता है।
प्रोबायोटिक्स
इंसान की गट हेल्थ अच्छी रहने से मेंटल हेल्थ भी सही रहती है। गट हेल्थ को बेहतर रखने के लिए दही, फर्मेंटेड फूड का सेवन कर सकते हैं। ये फूड्स मूड डिसऑर्डर से बचाता है और माइंड को अलर्ट मोड में रखता है। अगर आपके गट में किसी भी प्रकार के जर्म्स या बैक्टीरिया होंगे तो वो आपके ब्रेन से डोपामिन को रिलीज नहीं होने देंगे।
ग्रीन टी
ग्रीन टी पीने से शरीर को एल.थियान मिलता है। ये डोपामाइन लेवल को बढ़ाने में मदद करता है। ग्रीन टी पीने से इंसान में डिप्रेशन और तनाव भी कम होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और कॉग्निटिव फंक्शन को बेहतर बनाने का काम करती है।
हल्दी
हल्दी को मूड बूस्टर कहा जाता है, इसके सेवन से मूड बदल जाता है और ब्रेन से डोपामिन निकलता है जिससे इंसान में खुशी की भावना पैदा होती है। इसे आप रोज खाने के अलावा दूध में मिलाकर या फिर गुनगुने पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं। हल्दी शरीर को एक्टिव और ब्रेन का फोक्स बढ़ाने में मदद करती है।
ये भी पढ़ें-Cancer Causes: कॉफी से बढ़ता है कैंसर का खतरा, जानें क्या कहती है रिसर्च?