JN.1 Variant and Lungs Infection: हाल ही में हुई जर्नल सेल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, नया कोविड वेरिएंट, जो अभी कई देशों में प्रमुख है, वो ह्यूमन सेल्स को संक्रमित कर सकता है, जो निचले फेफड़े की लाइन बनाते हैं और वायरस होस्ट सेल मेंब्रेन फ्यूजन में ज्यादा मिले होते हैं।
यह कौन सा COVID वेरिएंट है?
रिसर्चरों ने पिरोला या BA.2.86 की स्टडी की है, जो JN.1 वेरिएंट का पूर्वज है। ओमिक्रॉन का BA.2.86 JN.1 का पूर्वज है और इसमें कोरोनो वायरस के मुकाबले में लगभग 60 से ज्यादा स्पाइक प्रोटीन हैं, जिसमें इसके करीबी ओमिक्रॉन की तुलना में 30 से अधिक शामिल हैं। शुरू में BA.2 और XBB.1.5 ने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है कि इतने सारे बदलावों से 2021-22 में ओमिक्रॉन के प्रकोप को कंट्रोल करना उतना ही मुश्किल हो जाएगा।
पिरोला या BA.2.86 वेरिएंट कैसे करता है संक्रमित
BA.2.86 में सभी ओमीक्रॉन वेरिएंट के मुकाबले में मानव फेफड़े को लेकर Epithelial cells की संक्रामण बढ़ गया है, इसलिए यह थोड़ा चिंता में डाल सकता है। इससे एक संभावित चिंता पैदा होती है कि यह वायरस हाल के ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में ज्यादा पैथोजेनिक है या नहीं। BA.2.86 और JN.1 पूरे देश में तेजी से फैल रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने BA.2.86 और उपवंशों को “टाइप ऑफ इंटरेस्ट” के रूप में क्लासिफाइड किया है। अमेरिका में, JN.1, BA.2.86 कोविड के 62% मामलों के लिए जिम्मेदार है।
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स्टडी के Senior Writer and Ohio State University में Department of Veterinary Biosciences में Shan-Lu Liu, Professor of Virology के अनुसार, जिन्हें कोविड 19 संक्रमण हुआ है, उन्हें याद रखना चाहिए कि ओमिक्रॉन वेरिएंट पिछले वेरिएंट के मुकाबले कम खतरनाक हैं। ये अधिकतर लोगों को बहुत बीमार नहीं करते हैं। अगर आपको गंभीर बीमारी नहीं है, तो संक्रमण से उत्पन्न एंटीबॉडी कम हैं। टीके से मिली एंटीबॉडी के मुकाबले लगभग 10 गुना कम है।
Disclaimer: इसमें दी गई जानकारी पाठक खुद पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।