Handshake indicates serious diseases: जब आप किसी दोस्त या खास से मिलते हैं तो हाथ (Handshake) मिलाते हैं। अक्सर आपने महसूस किया होगा कोई मजबूती से हैंडशेक करता है तो किसी की पकड़ ढीली होती है। इसे बेहद सरल प्रक्रिया मान सकते हैं। लेकिन हैंडशेक करना हार्ट अटैक, डिप्रेशन और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का संकेत भी देता है। इसका खुलासा लंदन की एक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिनकी पकड़ कमजोर होती है उनका दिल भी कमजोर होता है।
वैज्ञानिकों ने कुछ लक्षण भी बताए हैं। कहा कि यदि आपको लगता है कि उन लक्षणों में से कोई भी आप में दिखते हैं या आपके शारीरिक या मानसिक स्वास्थ्य के बारे में कोई चिंता है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से मिलें, जो आपकी पकड़ की ताकत का भी परीक्षण कर सकता है।
कमजोर पकड़ वालों का दिल भी कमजोर निकला
लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के शोध से पता चला कि कमजोर हाथ मिलाने से दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। आंकड़ों के मुताबिक, कम पकड़ क्षमता वाले लोगों का दिल कमजोर था, जो शरीर के चारों ओर रक्त पंप करने में कम सक्षम था।
दूसरी ओर, मजबूत शेकर्स में हृदय द्वारा पंप किए जाने वाले रक्त की मात्रा और अनुपात अधिक पाया गया और हृदय की मांसपेशियां स्वस्थ रहीं। इन कारकों को हृदय संबंधी समस्याओं के कम जोखिम से जोड़ा गया है।
अवसाद में होते हैं ऐसे लोग
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित एक राष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि हाथ मिलाते वक्त जिनकी पकड़ कमजोर होती है। वे अवसाद से ग्रसित होते हैं। उनमें हृदय और श्वसन रोगों और कैंसर से मृत्यु का जोखिम 20 प्रतिशत अधिक होता है।
इसके अलावा, 1951 और 1976 के बीच स्वीडन में पैदा हुए दस लाख से अधिक किशोर पुरुषों के एक अध्ययन से पता चला कि हाथों की कमजोर पकड़ मौत के खतरे को भी बताती है।
हाथों की कमजोर पकड़ लंबे समय से घबराहट का भी संकेत देती है। यह वास्तव में खराब मानसिक स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है। योनसेई यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के दक्षिण कोरियाई शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि कमजोर हाथ पकड़ वाले लोगों में अज्ञात अवसाद होने की संभावना तीन गुना तक अधिक थी।
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