Cancer Cause: आज विश्व कैंसर दिवस है। इस मौके पर हम आपको एक नई रिसर्च के बारे में बता रहे हैं, जिसमें पाया गया है कि स्मोकिंग किए बिना भी लोगों में फेफड़ों के कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस रिसर्च के बारे में लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन जर्नल में छपी एक रिपोर्ट बताती है कि कैंसर अनुसंधान के लिए IARC के 4 प्रकारों की जांच हुई है, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। दरअसल, इसमें पाया गया है कि फेफड़ों के कैंसर के मामले स्मोकिंग न करने वाले लोगों में भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
क्या कहती है रिसर्च?
लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार, सिगरेट न पीने से लंग कैंसर के मामले तेजी से इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि वायु प्रदूषण भी फेफड़ों के कैंसर का एक सबसे अहम कारण है। इसे सब टाइप लंग कैंसर कहा गया है, जिसकी रिसर्च साल 2022 में की गई थी। इस रिसर्च में 50 से 70 पर्सेंट लोग ऐसे थे जो धूम्रपान नहीं करते हैं।
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क्या है एडेनोकार्सिनोमा?
एडेनोकार्सिनोमा लंग कैंसर का एक टाइप है, जिसमें ऐसे ग्लैंड्स बनते हैं जो शरीर में बलगम बनाते हैं। इस तरह के कैंसर का रिस्क महिलाओं में ज्यादा होता है। इस कैंसर का संबंध धूम्रपान से नहीं होता है। इस लंग कैंसर का कारण वायु प्रदूषण है। प्रदूषित हवा, विशेष रूप से छोटे कण, जैसे PM2.5 और अन्य हानिकारक गैसों की उपस्थिति लंग कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है। स्मोकिंग न करने वाले लोग भी इस प्रदूषण के संपर्क में आकर इससे प्रभावित हो सकते हैं।
कैसे करें बचाव?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंग कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए लोगों को वायु प्रदूषण, हानिकारक रसायनों और कार्सिनोजेन्स से बचने की जरूरत है। इसके अलावा, नियमित रूप से मेडिकल चेकअप और सही आहार का पालन करना भी लंग कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।