Bra Strap Syndrome: शरीर में कहीं न कहीं हम दर्द का अनुभव करते रहते हैं। कई बार खुद ही ठीक हो जाता है और कई बार डॉक्टर से ट्रिटमेंट करवाने पर राहत मिलती है। लेकिन कई बार दर्द ऐसा होता है कि जाता ही नहीं, जिसे हम क्रोनिक पेन कहते हैं। सरल भाषा में कहें, तो वह दर्द है जो दो या तीन महीने से ज्यादा समय तक रहता है। बात कर रहे हैं हम महिलाओं के द्वारा गलत शेप और साइज की ब्रा पहनने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम क्या है ?
‘ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम’ को कॉस्टोक्लेविकुलर सिंड्रोम (Costoclavicular Syndrome) भी कहा जाता है। महिलाएं फिटिंग के चक्कर में इतनी टाइट ब्रा पहन लेती हैं उससे उनकी सेहत पर असर डालता है। हैवी ब्रेस्ट वाली महिलाएं कभी-कभी पतली स्ट्रिप की ब्रा पहन लेती हैं, और इस वजह से ब्रेस्ट का सारा भार ब्रा पर आ जाता है। ब्रा की स्ट्रिप खिचने लगती हैं और दबाव डालती है, जिसके कारण कंधे में तेज दर्द होने लगता है। ऐसे में थोरैसिक आउटलेट (Thoracic Outlet)(कॉलरबोन और पहली पसली के बीच की जगह को कहते हैं), नर्व, ब्लड वैसेल्स या जलन महसूस होती है।
ये भी पढ़ें- कोई गंभीर बीमारी का संकेत तो नहीं, लगातार होने वाला पैरों का दर्द? जानिए कारण
ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम से होने वाली परेशानियां
- गर्दन और कंधों में दर्द
- अकड़न और थकान
- नर्व डैमेज हो सकती हैं
- मांसपेशियां कमजोर
- भारी सामान उठाने में दिक्कत
- कंधों में झनझनाहट
भारी स्तन वाली महिलाओं को ज्यादा खतरा
हैवी ब्रेस्ट वाली महिलाओं इस सिंड्रोम का जोखिम ज्यादा होता है। हैवी ब्रेस्ट वाली महिलाओं में कॉस्टोक्लेविकुलर पैसेज(costoclavicular passage) का कम्प्रेशन तब होता है, जब वे बहुत सी स्ट्रैप वाली ब्रा पहनती हैं। वो पतले स्ट्रैप की ब्रा पहनती हैं जो कंधों पर शार्प कट देती है। ये आपके स्तन और कंधों पर बहुत टाइट होती है और ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम का यही कारण बनता है।
बचाव के तरीके
- रात में ब्रा पहनकर न सोएं
- फिटिंग वाली ब्रा पहनें
- चौड़ी पट्टियों वाली ब्रा पहनें
- टाइट ब्रा न पहनें
- नियमित एक्सरसाइज करें
- दर्द दूर करने के लिए सिकाई करें
- भारी वजन ने उठाएं
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।
Edited By