Asthma Patient Precautions: रोशनी का त्योहार दिवाली कई सारी खुशियां लेकर आता है, लेकिन अस्थमा मरीजों को इन दिनों सावधानी रखने की खास जरूरत होती है। एक तरफ बढ़ता प्रदूषण तो दूसरी तरफ पटाखों का धुआं सेहत पर डबल अटैक करता है, जिसका सीधा असर लंग्स पर होता है। आप सभी जानते हैं कि पटाखों का धुआं और प्रदूषण फेफड़ों में सूजन कर सकता है। इसी वजह से फेफड़े ठीक से काम नहीं कर पाते हैं। कई बार गंभीर स्थिति होने पर ऑर्गेन फेलियर तक हो सकता है।
अस्थमा के मरीजों को दिवाली पर धुएं से बचाव रखने की कोशिश करनी चाहिए। पटाखों के धुएं के कारण अस्थमा का अटैक हो सकता है। जिन लोगों को सांस की परेशानियां हैं, उन्हें पटाखों के प्रदूषण और दूषित हवा से बच कर रहना चाहिए। Bhagat Chandra Hospital, Delhi से Dr. Manish Jain, Consultant Neonatology ने अस्थमा के मरीजों के लिए कुछ टिप्स बताएं, कि वो कैसे अपने आप को सेफ रख सकते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
- दिवाली के दौरान पटाखों से निकले धुएं से हवा में PM लेवल बढ़ जाता है। अस्थमा के मरीज इस दूषित हवा में सांस लेते हैं तो उन्हें काफी परेशानी होती है। इसलिए अस्थमा मरीजों कोशिश करनी चाहिए कि वो दिवाली के दिन घर पर ही रहें।
- घर में चल रही साफ-सफाई या फिर रंग-रोगन के कारण अगर अस्थमा मरीजों को परेशानी हो रही है तो उन्हें वहां से दूर रखें।
- अस्थमा के मरीज पटाखों से निकले धुएं से दूर रहना चाहिए। बचाव के लिए मास्क का यूज करें।
- पटाखों के जलने से कार्बन डाईऑक्साइड, मोनोऑक्साइड और सल्फर ऑक्साइड जैसी गैस निकलती हैं जो अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक होती हैं, तो पटाखे न जलाएं।
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- पटाखों से निकलने वाला धुएं में मौजूद तत्व कई दिनों तक वातावरण में रहते हैं। जिससे ब्रोनकाइटिस, अस्थमा, साइनस, सर्दी-खांसी जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। इसलिए जरूरी है कि प्रदूषण से खुद को जितना हो सके बचातर रखें।
- अस्थमा से पीड़ित मरीजों को सेहत का ख्याल रखते हुए डाक्टर की सलाह के अनुसार दवा लेनी चाहिए।
- इन्हेलर हमेशा साथ रखें।
अस्थमा के मरीज कैसे रखें खान-पान का ध्यान
- त्योहार का दिन है तो खाने पीने पर बहुत ध्यान रखें। ऐसी मिठाइयों का प्रयोग करें,जिसमें मिलावट न हो।
- भूखे पेट न रहें और ऐसी चीजें खाएं जो बॉडी को गर्म रखे।
- दूध और डेयरी प्रोडक्ट न खाएं, क्योंकि ये लंग्स में म्युकस का निर्माण करते हैं, जिससे अस्थमा की परेशानी बढ़ सकती है।
- शहद का सेवन अस्थमा के मरीजों के लिए गुणकारी है। इसमें विटामिन बी और कई मिनरल मौजूद होते हैं। यह म्युकस को पतला करता है और बाहर करने में मदद करता है।
- जैतून का तेल, मूंगफली, सेब, वनस्पति तेल का सेवन करें। ये अस्थमा मरीजों के इलाज मददगार है।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।