Rishabh Pant on Shubman Gill injury: गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. टीम इंडिया अपने नियमित कप्तान शुभमन गिल के बिना मैदान पर उतरी है. गिल पूरी तरह से फिट नहीं हो सके हैं और इसी कारण दूसरे टेस्ट में टीम की कमान ऋषभ पंत के हाथों में सौंपी गई है.
पंत भी टॉस जीतने में नाकाम रहे और भारतीय टीम पहले गेंदबाजी करने मैदान पर उतरी है. ऋषभ ने गिल की इंजरी को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया है. उन्होंने बताया कि शुभमन दूसरे टेस्ट में खेलना चाहते थे, लेकिन उनकी बॉडी इसकी अनुमति नहीं दे रही है.
गिल की फिटनेस पर पंत ने दिया अपडेट
टॉस के वक्त टेस्ट में मिली पहली बार कप्तानी के लिए पंत ने बीसीसीआई का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, “जाहिर तौर पर यह मेरे लिए एक खास पल है. एक क्रिकेटर के तौर पर आप हमेशा ही अपने देश का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं. मुझे यह मौका देने के लिए मैं बीसीसीआई का धन्यवाद करना चाहता हूं. इस बारे में मैंने बिल्कुल भी नहीं सोचा था, लेकिन ऐसे मौके को आप दोनों हाथ से लपककर भुनाने चाहते हैं.”
ये भी पढ़ें: IPL से बाहर होंगे श्रेयस अय्यर? चोट ने बढ़ाई टीम इंडिया की भी टेंशन, टूटेगा टी20 वर्ल्ड कप खेलने का सपना!
पंत से जब गिल की इंजरी को लेकर सवाल पूछा गया है, तो उन्होंने बताया, “शुभमन धीरे-धीरे अच्छे हो रहे हैं. वह इस टेस्ट मैच को खेलने के लिए बेताब थे, लेकिन उनकी बॉडी इस बात की अनुमति नहीं दे रही थी. वह यकीनन जोरदार कमबैक करेंगे.” गौरलतब है कि पहले टेस्ट में बैटिंग के दौरान गिल को गर्दन में खिंचाव महसूस हुआ था, जिसके बाद वह मैदान छोड़कर चले गए थे. एमआरआई के बाद गिल को अस्पताल में भर्ती भी कराना पड़ा था.
प्लेइंग 11 में हुए 2 बदलाव
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया की प्लेइंग 11 बदल गई है. शुभमन गिल इंजरी के चलते इस मैच का हिस्सा नहीं हैं और उनके स्थान पर साई सुदर्शन को एक बार फिर अपनी काबिलियत साबित करने का मौका दिया गया है. सुदर्शन को पहले टेस्ट में प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया गया था. हालांकि, इस बार उनके पास दमदार प्रदर्शन करने का सुनहरा मौका होगा. वहीं, अक्षर पटेल को अंतिम ग्यारह से बाहर करते हुए उनकी जगह पर नीतीश कुमार रेड्डी को उतारा गया है. अक्षर पहले टेस्ट में सिर्फ 2 ही विकेट निकाल सके थे और वह बल्ले से भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे.










