Mumbai Man Arrested After 22 Years: पुणे में पुलिस ने 22 साल बाद एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने कहा कि एक 44 साल के शख्स ने 22 साल पहले अपनी गर्लफ्रेंड के होटल को जला दिया था। इसमें उसके माता-पिता की जलकर मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही शख्स फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार वह तब से ही छिपकर रह रहा था। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा था।
किसी और से शादी करवाना चाहते थे परिजन
आरोपी की पहचान यशवंत बाबूराव शिंदे के रूप में हुई है, जो मूल रूप से लातूर का रहने वाला है। अपराध शाखा के अधिकारियों के अनुसार, अब्दुल रहमान और जहराबी कांदिवली पूर्व के क्रांति नगर में घर के बाहर गुडलक होटल चलाते थे। एक अधिकारी ने बताया कि शिंदे तब 22 साल का था। वह अक्सर गर्लफ्रेंड के मां-बाप से परेशान रहता था क्योंकि वह अपनी बेटी की शादी किसी और से करवाना चाहते थे।
अपराध शाखा अधिकारी ने कहा, 12 अगस्त 2001 की रात जब वे अपना होटल बंद करने के बाद सो रहे थे, तब शिंदे और उसके तीन दोस्तों ने घर पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। कुरार पुलिस ने बाद में शिंदे के दोस्तों की पहचान मोइनुद्दीन शेख, नागनाथ तेलंगे और व्यंकांत पचावाद के रूप में की।
चारों पर धारा 307, 436, 438 और 440 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस की जांच के बाद उसकी मदद करने वाले तीन दोस्त पकड़े गए जबकि यशवंत बाबूराव भागने में सफल रहा। पुलिस उपायुक्त (डिटेक्शन 1) राजतिलक रोशन ने कहा- उसके दोस्तों को 2006 में किसी ठोस सबूत के अभाव में बरी कर दिया गया था।
हालांकि पुलिस ने लातूर जिले में शिंदे के परिवार पर नजर रखी, लेकिन उन्होंने उनसे या गांव के किसी भी व्यक्ति से कभी संपर्क नहीं किया। कुछ महीने पहले उसके गांव का रहने वाला शख्स अचानक शिंदे से मिला, और उन्होंने एक-दूसरे को अपना नंबर दे दिया।
परिवार और दोस्तों से नाता तोड़ा
इस व्यक्ति ने हाल ही में पुणे की यात्रा के दौरान शिंदे से मुलाकात के बारे में दूसरों को बताया। इसके बाद पुलिस के मुखबिर ने कुछ दिन पहले ही फोन पर यह खबर दी। इसके बाद पुलिस ने पुणे के कोंडवा में शिंदे का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, शिंदे नाम बदलकर नहीं रह रहा था। हालांकि उसने अपने परिवार और दोस्तों से नाता तोड़ लिया था। उसने शादी कर ली और उनके दो बच्चे भी हुए।
शनिवार को उसे मुंबई लाया गया। पूछताछ करने पर शिंदे ने बताया कि वह इस घटना के बाद तुरंत बाद गोवा चला गया था। बाद में 2005 में पुणे जाने से पहले कुछ साल तक उसने बेंगलुरु और कुछ समय के लिए हैदराबाद में काम किया। शिंदे को एक अदालत में पेश किया गया जहां से 29 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।