Qi2 Wireless Charging: आजकल हम सभी के पास तरह-तरह के गैजेट्स और डिवाइस हैं जिन्हें चलाने के लिए चार्जर की जरूरत पड़ती है। मार्केट में कई तरह की चार्जिंग सुविधा वाले डिवाइस उपलब्ध हैं। हालांकि, फिर भी कई यूजर्स हैं जो अपने पुराने तरह के चार्जिंग डिवाइस का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। वायर्ड चार्जर से आपका डिवाइस खराब हो सकता है। जबकि, हाई-टेक्नोलॉजी वाले वायरलेस चार्जिंग से आप मिनटों में न सिर्फ डिवाइस चार्ज कर लेंगे बल्कि कई तरह की समस्याओं से भी अपने डिवाइस को बचा सकेंगे। आइए जानते हैं कि कैसे वायर्ड चार्जिंग की जगह कैसे वायरलेस चार्ज ले सकता है?
वायर्ड चार्जिंग की जगह ले सकता है Qi2 टेक्नोलॉजी
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि Qi2 होता क्या है और किस तरह से काम करता है। दरअसल, वायरलेस चार्जिंग की तकनीक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के जरिए काम करता है, जो चार्जर में ट्रांसमीटर कॉइल से डिवाइस में रिसीवर कॉइल में एनर्जी ट्रांसफर करता है। कॉइल को एक ही फ्रीक्वेंसी पर ट्यून किया जाता है, जिससे एक मैग्नेटिक क्षेत्र बनता है जो एनर्जी को फ्लो करने की अनुमति देता है।
Qi2 डिवाइस को चार्ज करने की क्या आवश्यकता है?
हाल ही Qi2 जारी किया गया था, जिससे सभी फोनों को सपोर्ट नहीं मिलेगा, लेकिन आईफोन 15 सीरीज (iPhone 15 Series) को चार्ज करने के लिए Qi2 वायरलेस चार्ज काम का साबित है। हालांकि, उम्मीद की जा रही जल्द एंड्रॉइड फोनों में भी इसका सपोर्ट मिलेगा। रिपोर्ट की मानें तो Xiaomi या OnePlus जैसी चीनी ब्रांड अपने आगामी फ्लैगशिप फोन के साथ इस चार्जिंग सपोर्ट को भेज सकता है। जबकि, सैमसंग अपने गैलेक्सी एस24 को अगले साल तक इस तरह की टेक्नोलॉजी वाले चार्जर को यूज कर सकता है। हालांकि, तब तक आपको डिवाइस को चार्ज करने के लिए पुराने जमाने के क्यूई चार्जर का इस्तेमाल करना होगा या केबल वाला चार्जर का यूज करना होगा।
Qi कैसे है Qi2 से अलग?
Qi के जरिए चार्जिंग करने के लिए आपका फोन और चार्जर बहुत करीब होना चाहिए। ऐसे में ये तो साफ है कि अपने फोन को पैड पर रखकर इसे जल्दी चार्ज नहीं किया जा सकता है। जबकि, Qi2 से फोन और चार्जर को सही स्थिति में रखकर मैग्नेट का यूज किया जा सकता है, जिससे आप हाई स्पीड में वायरलेस चार्जिंग का आनंद मिल सकता है।