Google Blue Check Mark: इन दिनों ब्लू टिक काफी सुर्खियों में है। सिर्फ ट्विटर (Twitter Blue Tick) ही नहीं बल्कि इंस्टाग्राम (Instagram Verified Accounts) और फेसबुक (Facebook Blue Tick) जैसे प्लेटफॉर्म पर भी ब्लू चेकमार्क का एक अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। ऐसे में गूगल कैसे पीछे रह सकता है। इसलिए अब गूगल ने भी अपने प्लेटफॉर्म पर ब्लू टिक का ठप्पा देना शुरू कर दिया है जिससे यूजर्स धोखाधड़ी से बचे रह सकेंगे।
दरअसल, गूगल ने ईमेल भेजने वाले यूजर्स के नाम के साथ ब्लू चेकमार्क यानी ब्लू टिक (Google Blue Tick) लगाने का ऐलान किया है। ऐसे में जीमेल यूजर्स की पहचान वेरिफाइड के रूप में हो सकेगी, साथ धोखाधड़ी से भी बचा सकेगा।
बता दें कि ईमेल भेजने वालों के साथ उनका ब्रांड लोगो शो होने वाला फीचर गूगल ने साल 2021 में शुरू किया था। इस फीचर को ब्रांड इंडीकेटर्स फॉर मेसेज आईडेंटीफिकेशन (BIMI) के नाम से पेश किया गया था। वहीं, अब वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए चेकमार्क की घोषणा कर दी गई है।
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नाम के साथ शो होगा ब्लू चेकमार्क
गूगल का कहना है कि उन्होंने ब्रांड इंडीकेटर्स फॉर मेसेज आईडेंटीफिकेशन फीचर को और बेहतर बनाने के लिए चेकमार्क को भी पेश कर दिया है। ऐसे में ईमेल भेजने वाले के नाम के साथ ब्रांड लोगो और चेकमार्क शो होगा। ऐसे में पता चल सकेगा कि इसे किसी वेरिफाइड अकाउंट ने भेजा है।
इनके लिए फिचर हुआ रोलआउट
कंपनी ने वेरिफाइड चेकमार्क को गूगल वर्कस्पेस, जी सूट बेसिक और बिजनेस यूजर्स के लिए उपलब्ध किया है। इसके अलावा ये सुविधा व्यक्तिगत गूगल अकाउंट होल्डर्स के लिए भी दी जा रही है। बीआईएमआई फीचर लेने वालों को खुद चेकमार्क मिल जाएगा।
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स्पैम की हो सकेगी पहचान
कंपनी की ओर से ईमेल को और भी ज्यादा मजबूत करने के लिए वेरिफाइड चेकमार्क और ईमेल सिक्युरिटी सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए पेश किया गया है। साथ ही इससे स्पैम की पहचान होने के साथ उन पर रोकने लगाने में भी मदद मिल सकती है।
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