CERT-In Alert for Apple users: भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In) द्वारा समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जाती है। खासतौर पर तब जब मामाला साइबर सुरक्षा से जुड़ा हुआ हो। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी यानी CERT-In की ओर से एक बार भी एप्पल यूजर्स को चेतावनी दी गई है। ऐसे में कुछ यूजर्स के लिए आईपैड और आईफोन का इस्तेमाल करना कई तरह से खतरनाक बताया गया है। सीईआरटी-इन की एडवाइजरी के अनुसार एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम iOS और iPadOS और में बहुत सारी खतरनाक खामियों को उजागर किया गया है। ऐसे में यूजर्स के डेटा समेत अन्य जानकारी को हासिल करना हैकर्स के लिए बेहद आसान हो सकता है।
किन एप्पल डिवाइसेज के लिए अधिक खतरा?
CERT-In की एडवाइजरी के मुताबिक iOS 18.3 या उससे पुराने वर्जन पर काम कर रहे आईफोन में सिक्योरिटी खामियां है और उनका डेटा हैकर्स आसानी से चोरी कर सकते हैं। iPadOS 17.7.3 या 18.3 से पुराने वर्जन वाले आईपैड में सुरक्षा से संबंधित खामियां हैं।
भारतीय साइबर सुरक्षा निगरानीकर्ता CERT-in के अनुसार कुछ मॉडल्स हैं जो सुरक्षा खामियों के साथ हैं। आईफोन एक्सएस ही नहीं बल्कि आईपैड के भी कुछ मॉडल हैं जो सुरक्षा के लिहाज से यूजर्स के लिए खतरनाक हैं। खामियों के होने से यूजर्स की पर्सनल और फाइनेंशियल जानकारी को हैकर्स हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा Apple के सिक्योरिटी फीचर्स को बायपास करने के साथ मैलिशस कोड यूज कर सकते हैं।
कौन से सॉफ्टवेयर प्रभावित?
- 18.3 से पहले के IOS वर्जन
- iPadOS 17.7.3 से पहले के संस्करण
- iPadOS 18.3 से पहले के संस्करण
इन डिवाइस को खतरा
- आईपैड 6वीं पीढ़ी
- आईपैड एयर की तीसरी पीढ़ी
- iPhone XS और उसके ऊपर के मॉडल
- आईपैड प्रो (2nd Gen और उसके ऊपर के मॉडल)
- आईपैड मिनी (5th Gen और उसके ऊपर के मॉडल)
तुरंत करें ये काम
ऊपर बताए गए डिवाइस का आप भी इस्तेमाल कर रहे हैं तो सुरक्षा के लिए जरूरी है कि सबसे पहले अपना आईफोन या आईपैड लेटेस्ट वर्जन के साथ अपडेट कर लीजिए। आईफोन यूजर्स लेटेस्ट iOS वर्जन में अपडेट कर लीजिए। जबकि, आईपैड यूजर्स iPadOS वर्जन में अपडेट करें। ध्यान रखें कि अनजान से आए किसी लिंक पर क्लिक नहीं करना है। इसके अलावा किसी अनजान ऐप को डाउनलोड न करें।
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