True Love Story: आज प्यार का दिन यानी ‘वैलेंटाइन्स डे’ है और इस दिन खास से लेकर आम आदमी तक सभी अपने प्यार का इजहार करते हैं। ‘वैलेंटाइन्स डे’ पर सभी अपने पार्टनर को बताते हैं कि वो उनसे कितना प्यार करते हैं। लेकिन आज हम आपके लिए कुछ ऐसी प्रेम कहानियां लेकर आए हैं, जिससे आप प्यार की गहराई को समझ पाएंगे।
ये ऐसी लव स्टोरीज हैं, जिनमें मिलन भी है, जुदाई भी। साथ ही इनमें अधूरा प्यार भी है और एकतरफा इश्क भी। तो चलिए जानते हैं कि उन कहानियों के बारे में, जिसे पढ़कर आपको भी अपने प्यार का एहसास होगा।
ये कहानियां 1940 से 1990 के बीच के स्टार्स की लव लाइफ से जुड़ी हैं…
पहली कहानी है मीना कुमारी और सावन कुमार की
हिन्दी सिनेमा आज से बल्कि हमेशा से ही सुर्खियों में रहता है। बी टाउन की फिल्में ही नहीं बल्कि लव स्टोरीज भी बेहद ही खास होती हैं। ऐसी ही एक कहानी है हिंदी सिनेमा की ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी और फिल्म डायरेक्टर-प्रोड्यूसर और राइटर सावन कुमार टाक की, जो अपने समय में बहुत पॉपुलर थी। साल 1966-67 में फिल्म गोमती किनारे के लिए सावन कुमार एक हीरोइन को तलाश कर रहे थे।
उस समय सावन के दोस्त ने कहा कि इस फिल्म के लिए मीना कुमारी से बेहतर दूसरी कोई हीरोइन नहीं हो सकती है। मीना कुमारी उस टाइम की टॉप हीरोइनों में शुमार थी। मीना कुमारी ने फिल्म को असाइन कर लिया था और इस बीच सावन और मीना बहुत करीब आ चुके थे।
जब मीना बीमार थी, तो सावन ने उन्हें प्रपोज किया था, लेकिन मीना गंभीर बीमारी से जूझ रहीं थी और उनका निधन हो गया। कहा जाता है कि जब मीना बीमार थी, तो सावन उनकी खून की उल्टियों को अपने हाथ में लिया करते थें। साथ ही दोनों की उम्र में बहुत अंतर था, लेकिन फिर भी दोनों शादी करना चाहते थे। मगर मीना का निधन दो गया और दोनों की ये ख्वाहिश अधूरी ही रह गई।
दूसरी कहानी है मधुबाला और एक्टर प्रेमनाथ की
बॉलीवुड की वीनस कही जाने वाली मधुबाला और एक्टर प्रेमनाथ भी अपनी लव स्टोरी को लेकर कॉफी पॉपुलर थे। मधुबाला और प्रेमनाथ की कहानी 1951 में शुरू हुई थी और एक फिल्म की शूटिंग को दौरान दोनों बहुत करीब आ गए थे। दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, लेकिन धर्म अलग होने के कारण ऐसा नहीं हुआ।
मधुबाला धर्म बदलकर शादी करना चाहती थी, लेकिन प्रेमनाथ ने मना कर दिया। इसके बाद प्रेमनाथ ने एक्ट्रेस बीना राय से शादी कर ली थी। जब मधुबाला को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने कहा कि तुमने मेरा प्यार ठुकराया है, तुम भी प्यार को तरसोगे। आगे चलकर ऐसा ही हुआ और प्रेमनाथ और बीना की शादीशुदा जिंदगी कुछ खास नहीं रहीं।
इसका बाद प्रेमनाथ ने शराब पीना शुरू कर दिया और इसके बारे में जब मधुबाला को पता चला, तो उन्होंने प्रेमनाथ को कसम दी कि वो अब कभी शराब नहीं पीएंगे, साथ ही यह भी कहा कि अगर उनको शराब पीना ही है, तो उनका खून पी लें। मधुबाला की यह बात प्रेमनाथ के दिल को छू गई और उन्होंने करीब 14 साल तक शराब को छुआ भी नहीं।
तीसरी कहानी है स्मिता और राज बब्बर की
70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और अपने जमाने के सुपरहिट एक्टर राज बब्बर की मुलाकात भी एक फिल्म के सेट पर ही हुई थी। दोनों एक-दूसरे को बहुत पसंद करते थे और जमाने से लड़कर एक भी हुए, लेकिन एक होने के बाद भी दोनों अलग हो गए।
राज बब्बर पहले से ही शादीशुदा थे और दो बच्चों के पिता भी थे लेकिन वो फिर भी स्मिता को अपना दिल दे बैठे थे। इसके बाद राज ने अपनी पत्नी को तलाक देकर स्मिता से शादी कर ली, लेकिन फिर ये दोनों अलग हो गए। इसके बाद राज वापस अपनी पहली पत्नी के पास आ गए और नादिरा ने भी उन्हें अपना लिया।
चौथी कहानी है संजीव कुमार और सुलक्षणा की
साल 1975 में संजीव कुमार और सुलक्षणा की मुलाकात हुई और सुलक्षणा संजीव कुमार को पसंद करने लगी। फिर सुलक्षणा ने संजीव से अपने प्यार का इजहार किया, लेकिन संजीव कुमार ने मना कर दिया और कहा कि वो उन्हें बस अपना दोस्त मानते थे।
साथ ही संजीव ने सुलक्षणा को बहुत समझाया कि इन सब चीजों पर ध्यान देने के बजाय वो अपने करियर पर फोकस करें। लेकिन संजीव के लिए सुलक्षणा का प्यार कम नहीं हुआ और संजीव के मना करने पर सुलक्षणा को गहरा सदमा लगा और वो डिप्रेशन में चली गईं। इस बीच संजीव को निधन हो गया और वो अपना मानसिक संतुलन ही खो बैठीं।
पांचवी कहानी है शोभना समर्थ और मोतीलाल की
शोभना समर्थ और मोतीलाल भी एक फिल्म के सेट पर मिलें थे। यूं तो शोभना चार बच्चों की मां थी, लेकिन वह मोतीलाल के बहुत करीब आ गईं थी। इस बीच जब मोतीलाल ने शोभना को प्रपोज किया, तो शोभना ने कोई दिलचस्पी नहीं जताई।
इसके बाद मोतीलाल ने एक हेलीकॉप्टर से उन्हें प्रपोज किया, तो शोभना ने हां कर दिया। इन दोनों का ये रिश्ता काफी लंबे समय तक चला, लेकिन कभी भी शादी नहीं की।