Panchayat 3 Movie Shooting: इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘पंचायत’ के हर किरदार को लेकर खूब चर्चा हो रही है। भई ये एक ऐसी सीरीज है, जिसका तीसरा सीजन भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है। जी हां, सीरीज का तीसरा पार्ट रिलीज हो चुका है, जो इस टाइम इंटरनेट पर खूब लाइमलाइट में है। ना सिर्फ इंटरनेट बल्कि खबरों के बाजार में भी इसको लेकर पूरा माहौल बना हुआ है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पंचायत की टीम के लिए इसकी शूटिंग करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। जी हां, पूरी टीम ने इसके लिए बहुत मेहनत की है। हालांकि टीम ने एक काम ऐसा भी किया है, जो करना बिल्कुल आसान नहीं था। आइए आपको बताते हैं कि आखिर टीम ने ऐसा क्या किया है?
गणतंत्र दिवस वाला सीन
अगर आपने इस सीरीज का पहला सीजन देखा है, तो उसका पॉपुलर सीन यानी 26 जनवरी वाला सीन तो सभी को याद ही होगा। इस सीन को करना सीरीज की टीम के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। जी हां, अगर आपने इसे देखा है, आपको लगेगा कि भला इसमें ऐसा क्या है, जो इसको करने में इतनी मुश्किल आई। तो भई अगर आप नहीं जानते हैं तो आपको बता देते हैं कि इस सीन को सीरीज की टीम ने तेज गर्मी में स्वेटर पहनकर शूट किया था।
40 डिग्री टेंपरेचर में की थी शूटिंग
जी हां, सीरीज में प्रधान का रोल प्ले कर रही मंजू देवी जब गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराने जाती हैं। तब सचिव जी उन्हें, उनके पद की गरिमा का महत्व बताते हैं, लेकिन इस दौरान तेज गर्मी पड़ रही थी और टेंपरेचर 40 डिग्री था, जिसमें टीम ने स्वेटर पहनकर सीन शूट किया, ये देखने में जितना आसान लग रहा था, करने में उतना ही मुश्किल भी।
क्यों 40 डिग्री में हुआ शूट?
अब भई ये तो सभी जानते हैं कि गणतंत्र दिवस भरी सर्दी के मौसम आता है, लेकिन जब सीरीज की शूटिंग की जा रही थी, तो उस टाइम गर्मी का टाइम था। ऐसे में इसे पूरी तरह से नेचुरल बनाने के लिए भरी गर्मी में स्वेटर पहनना पड़ा। अब भई भरी गर्मी में किसी को भी स्वेटर पहनाकर खड़ा कर दिया जाए, तो सोचो उसका क्या हाल होगा? ऐसा ही कुछ हुआ सीन शूट करने वाले कलाकारों के साथ।
भरी गर्मी में स्वेटर पहनकर शूट करना नहीं था आसान
अब आप इसका अंदाजा खुद ही लगा सकते हैं कि भरी गर्मी में इस तरह से स्वेटर पहना इस सीन को करना कितना मुश्किल था। ऐसा करना किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं होता, ऐसे में सीरीज के कई किरदारों का इस तरह से एक सीन शूट करना अपने आपमें काबिले तारीफ है। हालांकि ना सिर्फ ये सीन बल्कि इस सीरीज का हर सीन अपने आपमें कुछ कहता है। अब भई जब कहानी ही जमीन से जुड़ी है, तो इसका खास होना भी बनता है।
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