Achala Sachdev Mother Of Bollywood: हर साल मई महीने के दूसरे संडे को मदर्स-डे मनाया जाता है। आज यानी रविवार 12 मई 2024 वो शुभ दिन है। हर इंसान की लाइफ में मां का होना बहुत मायने रखता है। मां के बिना कोई भी अपनी लाइफ के बारे में नहीं सोच सकता। एक मां ही होती है, जो अपने बच्चे को दुनिया से ज्यादा निस्वार्थ प्यार करती हैं। फिर चाहें वो असल लाइफ हो या फिल्मी पर्दे की कोई कहानी। आज हम आपको हिंदी सिनेमा की एक ऐसी ही मां के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पर्दे पर तो सबकी मां बनकर सामने आई, लेकिन असल लाइफ में उनके आखिरी टाइम में उनका सगा बेटा भी उन्हें कंधा देने तक नहीं आया।
हिंदी सिनेमा की ‘मां’
दरअसल, हम जिस दिग्गज एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, वो कोई और नहीं बल्कि मशहूर अभिनेत्री अचला सचदेव हैं। जी हां, हिंदी सिनेमा की ‘मां’ कहे जाने वाली अचला ने पर्दे पर तमाम दिग्गजों की मां का किरदार निभाया है। अचला हिंदी सिनेमा का एक ऐसा नाम है, जो आज भी लोगों के जहन में है। हर कोई ना सिर्फ उनके काम बल्कि उनके नेचर को भी बहुत पसंद करता था और यही वजह है कि वो आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।
‘ऐ मेरी जोहरा जबीं’
साल 1965 में आई फिल्म ‘वक्त’ के गाने ‘ऐ मेरी जोहरा जबीं’ हिट क्या हुआ कि अचला पूरे बॉलीवुड में छा गईं। फिर क्या था एक्ट्रेस ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और देखते ही देखते अचला ‘बी-टाउन’ की ‘मां’ बन गई। बता दें कि भारत के विभाजन से पहले अचला ऑल इंडिया रेडियो, लाहौर के लिए काम किया। इसके बाद एक्ट्रेस ने दिल्ली ऑल इंडिया रेडियो के लिए काम किया।
130 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया
बता दें कि एक्ट्रेस ने साल 1938 में आई फिल्म फैशनेबल वाइफ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और 130 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में अभिनय किया। दर्शकों को उनकी फिल्में बेहद पसंद आती थी। अचला अपने किरदार में इतनी ढल जाती थी मानो वो असल लाइफ का किरदार है, लेकिन कहते हैं ना कि हर किसी को सारी चीजें नहीं मिलती और ऐसा ही कुछ हुआ अचला के साथ।
अकेली रह गई अचला
अचला ने अपनी लाइफ में दो बार शादी की। जी हां, एक्ट्रेस की पहली शादी ज्ञान सचदेव से हुई थी, जो एक निर्देशक थे। इस शादी से उन्हें एक बेटा हुआ था, जिसका नाम जोथिन सचदेव था। हालांकि ये शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकीं और अचला और ज्ञान ने अपनी राहें अलग कर ली। वहीं, उनका बेटा भी अमेरिका चला गया और अकेली रह गई अचला, लेकिन इसके बाद उनकी लाइफ में फिर खुशियों ने एंट्री की और अचला ने क्लिफर्ड डगलस पीटर्स से दूसरी शादी कर ली और वो पुणे में बस गईं, लेकिन अचला की लाइफ में फिर कुछ दिन बाद अंधेरा छा गया। शादी के कुछ दिन बाद ही पीटर्स का निधन हो गया और अचला सचदेव फिर अकेली पड़ गईं।
कंधा देने तक नहीं आया बेटा
धीरे-धीरे अचला अपनी लाइफ जी रही थी, लेकिन फिर एक दिन जब को रसोई में काम कर रही थी, तो गिर गई और इस दौरान उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया और कुछ ही टाइम बाद उन्हें लकवा मार गया। ऐसा लगा कि मानों सारे दुख एक साथ अचला की झोली में आ गिरे हैं, जिसने हमेशा सब पर प्यार लुटाया उसके बुरे समय में कोई भी उनके साथ नहीं था। जी हां, साल 2012 में 30 अप्रैल को अचला ने दुनिया को अलविदा कह दिया और इस आखिरी टाइम में भी उनका बेटा अपनी मां को कंधा देने के लिए वापस नहीं लौटा।