Do Patti On Netflix: कृति सेनन (Kriti Sanon) की फिल्म ‘मिमी’ तो आपने देखी ही होगी। इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला है। वहीं काजोल (Kajol) की एक्टिंग के तो क्या कहने। अब आप जरा सोचिए कि दोनों एक ही फिल्म में नजर आएंगे तो क्या हंगामा होगा। अरे होगा नहीं हो गया है, क्योंकि इन दोनों की ‘दो पत्ती’ (Do Patti) ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) पर दस्तक दे दी है। जी हां 25 अक्टूबर को मूवी रिलीज हो गई है जिसका लोगों को कब से इंतजार था, अब हमने तो देख ली है, लेकिन जिन्होंने नहीं देखी वो ये तो जान ही लें कि फिल्म में ऐसा क्या है जो आपको उसे देखने के लिए मजबूर कर देगा।
इस बात में भी कोई दो राय नहीं की इस लेख को पढ़ आप दो पत्ती को देखने के लिए नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन ही ले लें। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कहानी है ही इतनी दमदार। तो चलिए बिना देर किए जल्दी से जान लेते हैं वो 5 कारण जो फिल्म देखने के लिए कर देगें मजबूर…
1. दिखाई टॉक्सिक समाज की सच्चाई
दो पत्ती जो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है उसकी कहानी बहुत ही शानदार है। इस फिल्म में टॉक्सिक समाज की सच्चाई दिखाई है। फिल्म में दिखाया गया कि कैसे पुरुष प्रधान समाज में हमेशा महिलाओं के साथ अत्याचार होते आ रहे हैं। कैसे पति अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता है और वो महिला अपने रिश्ते को बचाने के लिए सारे जुल्म बिना उफ्फ किए सहन कर लेती हैं। ऐसा ही कुछ फिल्म में सौम्या और उनकी मां के साथ हुआ।
2. दो बहनों का प्यार और अंडरस्टैंडिंग
जहां आलिया भट्ट की जिगरा में भाई-बहन की कहानी दिखाई है, तो वहीं दो पत्ती में दो बहनों की कहानी को दिखाया गया है जिसने लोगों का दिल जीत लिया। फिल्म में कृति सेनन का डबल रोल है, एक बहन तेज तर्रार है तो दूसरी बहन दिमागी रूप से बीमार। पहले बहनों में नफरत दिखाई है, लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्हीं में प्यार और अंडरस्टैंडिंग का जो सीन दिखाया गया है वो तो बेहद ही शानदार है।
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3. महिला की पावर
पुरुष प्रधान समाज में कैसे महिलाओं का उत्पीड़न होता है वो इस फिल्म में दिखाया है। वहीं दूसरी तरफ महिला पावर को भी बखूबी दिखाया गया है। कैसे सौम्या और शैली आपस में नफरत करते हुए भी मजबूरी के समय में एक हो जाती हैं। वहीं काजोल ने भी बतौर पुलिस वाली दिखा दिया कि महिलाओं को किसी पुरुष से कम नहीं समझना चाहिए।
4. थ्रिलर और सस्पेंस
सस्पेंस और थ्रिलर से भरपूर इस फिल्म को देखने में मजा ही आ गया। मूवी में शुरू से लेकर एंड तक जो सस्पेंस बना हुआ है वो ऑडियंस को सोफे से चिपकाए रखने के लिए काफी है। जी हां, अगर एक बार फिल्म देखनी शुरू कर दी तो उसे पूरा देखे बिना उठ तो बिल्कुल भी नहीं पाएंगे।
5. साजिश
साजिश रचना तो फिल्म की शुरुआत से एंडिंग तक रहता है। कैसे ध्रुव सूद सौम्या से शादी करने के लिए साजिश रचता है। कैसे शैली अपनी ही बहन के पति को छीनने के लिए साजिश करती है। और कैसे अंत में ध्रुव को फंसाने के लिए दोनों बहने साजिश रचती हैं। एक बार तो फिल्म को देख ही लें।
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