काजोल बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज में से एक हैं और पिछले तीस सालों से ज्यादा समय से फिल्मों में काम कर रही हैं। काजोल अब पहली बार कुछ अलग कर रही हैं। उनकी आने वाली फिल्म ‘मां’ एक हॉरर फिल्म है और उनके लिए ये एक नया अनुभव है। फिल्म के रिलीज से पहले उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में डायरेक्टर विशाल फुरिया की फिल्म और अपने बच्चों के बारे में बात की।
काजोल ने ‘मां’ क्यों चुनी?
काजोल वैसे बहुत सोच-समझकर फिल्में करती हैं। पिछले 10 सालों में उन्होंने सिर्फ आठ फिल्में की हैं। ऐसे में कोई प्रोजेक्ट चुनना उनके लिए बड़ी बात होती है। उन्होंने कहा कि ‘मां’ की कहानी मुझे एक कॉन्सेप्ट नोट के तौर पर मिली थी और मुझे ये बहुत पसंद आई क्योंकि मुझे पौराणिक कथाएं बहुत पसंद हैं। हमारे देश में इतनी शानदार कहानियां हैं। मेरी फेवरेट कहानियों में से एक मां काली और रक्तबीज की कहानी है।
फिल्म के ट्रेलर में कई डरावने सीन्स को दिखाया गया है।फिल्म एक मां की कहानी है जो अपनी बेटी को बुरी ताकतों से बचाती है। इसमें एक सीन ऐसा भी है जिसमें काजोल का किरदार बहुत तकलीफ में दिखता है और उसकी हड्डियां तक तोड़ी जाती हैं। इस पर काजोल ने कहा कि मुझे वो सीन इतना डरावना नहीं लगा, शायद इसलिए क्योंकि मैंने खुद उसे शूट किया था, लेकिन फिर उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘मेरे आसपास के सब लोग बोल रहे थे हम तुम्हें इस हाल में नहीं देख सकते, लेकिन यही तो हॉरर फिल्मों का असर होता है और इसी वजह से ये फिल्म असरदार बनेगी।’
बच्चों का रिएक्शन
काजोल ने बताया कि उनके दोनों बच्चे युग और न्यासा फिल्म का ट्रेलर देख चुके हैं और उन्हें उम्मीद है कि दोनों फिल्म भी देखेंगे। उन्होंने कहा कि न्यासा शायद फिल्म न देखे क्योंकि उसे हॉरर फिल्में पसंद नहीं हैं।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या अब उनके बच्चे उनकी फिल्मों को लेकर अपनी राय देने लगे हैं, तो काजोल ने कहा कि ‘उन्होंने हमेशा अपनी राय दी है और वो राय कभी बदली नहीं। वो आज भी कहते हैं, ‘हम आपको रोते हुए नहीं देख सकते। आपको पापा जैसी फिल्में करनी चाहिए।गोलमाल जैसी फिल्में करो।’ उन्हें ऐसी फिल्में पसंद हैं जो सिर्फ उन्हें हंसाए, जिसमें कोई नहीं रोता, कोई इमोशनल सीन नहीं होता और मेरे साथ कुछ भी बुरा नहीं होता। मुझे समझ नहीं आता कि अगर मेरे किरदार के साथ कुछ होता ही नहीं, तो मैं उस फिल्म में क्या करूंगी?
पेरेंटिंग पर काजोल ने क्या कहा?
‘मां’ फिल्म में मां का रोल उनके लिए बहुत अहम है। इससे पहले भी ‘हेलिकॉप्टर ईला’ में वो एक मां का रोल कर चुकी हैं, जो अपने बेटे की जिंदगी में बहुत दखल देती है। इस पर काजोल ने कहा कि मैं पहले वैसी ही कंट्रोलिंग मां थी, लेकिन अब नहीं हूं। अब मैं शांत और ठंडी मिजाज वाली मां हूं। बच्चे बड़े हो जाते हैं और अपनी खुद की सोच लेकर आते हैं और भगवान का शुक्र है कि ऐसा होता है।
जब उनसे उनके पेरेंटिंग स्टाइल के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि उनकी मां तनुजा का तरीका उनसे बिल्कुल अलग था। उन्होंने कहा कि मेरी मां बहुत सख्त थीं। हम एक ही घर में मेरी मां, नानी और परनानी के साथ रहते थे। वहां ऐसा नहीं था कि बस मां ही आपको संभालती थीं,जो भी 21 साल से ऊपर होता था, वो आपको कुछ भी कह सकता था। मैं उनसे अलग हूं, लेकिन कुछ चीजें आज भी वैसी ही हैं। मेरी मां और नानी ने मुझे इतना प्यार दिया कि कभी जरूरत ही नहीं पड़ी मुझे डांटने या सजा देने की।
‘मां’ फिल्म को विशाल फुरिया ने डायरेक्ट किया है।इसमें रोनित रॉय और इंद्रनील सेनगुप्ता भी हैं। यह फिल्म 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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