बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीति काफी गरमाई हुई है. खेसारी लाल यादव आरजेडी से तो ज्योति सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं. वहीं, पवन सिंह के नाम को लेकर चर्चा जोरों पर थी कि वो भी चुनावी मैदान में होंगे लेकिन, बीजेपी ने जब लिस्ट जारी की तो इसमें उनका नाम स्टार प्रचारक की लिस्ट में था. ज्योति सिंह ने निर्दलीय ही नामांकन भरा है, जिसके बाद अब उनका हलफनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने पति के कॉलम में कुछ ऐसा लिख दिया है, जिसके बाद इसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है.
दरअसल, सोशल मीडिया पर सामने आए ज्योति सिंह के हलफनामे में खद को ‘परित्यक्त नारी’ बताया है. उन्होंने पति के नाम के आगे भोजपुरी स्टार पवन सिंह का नाम नहीं लिखा है. इसके बजाय उन्होंने सिर्फ ‘ख्याति प्राप्त भोजपुरी कलाकार’ लिखा है. ऐसे में अब उनके हर जगह पवन सिंह का नाम नहीं लिखे जाने पर सोशल मीडिया पर हलचल देखी जा रही है. ऐसे में आपको ‘परित्यक्त नारी’ के बारे में बता रहे हैं कि आखिर इसका मतलब क्या होता है.
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क्या होता है परित्यक्त नारी का मतलब?
परित्यक्त नारी का अर्थ है कि वो स्त्री जिसे उसके पति ने त्याग दिया हो या फिर छोड़ दिया हो. ये शब्द संस्कृत के ‘परित्याग’ से बना है. इसका मतलब होता है कि किसी को छोड़ दिया देना या फिर त्याग देना. एक परित्यत्क्त नारी उसे कहा जाता है, जिसे कानूनी या सामाजिक रूप से तलाक दिए बिना ही उसके पति द्वारा वैवाहिक रिश्ते से अलग कर दिया गया हो और अब वो अकेले जीवन काटने पर मजबूर हो गई है. ये स्थिति तलाकशुदा महिला से काफी अलग होती है. क्योंकि एक डिवोर्स में क्या होता है कि महिला शादी के बंधन से मुक्त हो चुकी होती है. जबकि परित्यक्त नारी का संबंध अक्सर ऐसे मामलों से होता है जहां पति अपनी पत्नी की जिम्मेदारी छोड़ देता है. लेकिन इसमें वह कानूनन रूप से अलग नहीं होती है.
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पवन सिंह पर आरोप लगा चुकी हैं ज्योति सिंह?
ज्योति सिंह और पवन सिंह के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है. ज्योति ने पति पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने उन पर गर्भपात से लेकर आत्महत्या के लिए उकसाने तक के गंभीर आरोप लगा चुकी हैं. वहीं, पवन सिंह ने भी उन पर आरोप लगाया था कि उनके पिता उनके पास आए थे और उन्होंने बेटी को विधायिकी का चुनाव लड़वाने के लिए कहा था. लेकिन, इससे एक्टर ने साफ इनकार कर दिया था.
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