बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया बैठे बिठाए एक कानूनी केस में फंस गए हैं। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने बीते दिन सोमवार को उन्हें मीठी नदी की सफाई घोटाले मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के अगले दिन डिनो मोरिया ने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दायर की है। एक्टर की लीगल टीम की ओर से किला कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया गया है। बता दें कि मीठी नदी सफाई घोटाला मामला 65 करोड़ रुपये से अधिक के कथित दुरुपयोग से जुड़ा है। यह पैसा मूल रूप से मीठी नदी की सफाई कराने के लिए आवंटित किया गया था। मामले पर आज भी सुनवाई हो सकती है।
EOW ने एक्टर से की पूछताछ
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने सोमवार को एक्टर डिनो मोरिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान उनसे यूबीओ राइड्ज कंपनी के संचालन, केतन कदम से उनके संबंध और वित्तीय लेनदेन को लेकर पूछताछ की। एक्टर से इस दौरान करीब 20–25 सवाल पूछे गए थे। जांच के दौरान यह पता भी चला कि केतन कदम की पत्नी ने कंपनी की स्थापना में अहम रोल अदा किया था। वह 4-5 साल पहले ही भारत छोड़ चुकी हैं। हालांकि उनके द्वारा किए गए लेन देन इस घोटाले में अहम सुराग माने जा रहे हैं।
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मीठी नदी की सफाई घोटाला मामला मुंबई नगर निगम द्वारा मीठी नदी की सफाई में इस्तेमाल होने वाली स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनों की खरीद से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि यह मशीनें सफाई के लिए कोच्चि की कंपनी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से महंगे दामों पर किराए पर ली गई थीं। इसकी वजह से तगड़ी वित्तीय अनियमितता हो गई थी।
डिनो मोरिया का कैसे आया नाम?
EOW के सूत्रों के मुताबिक, डिनो मोरिया के भाई सैंटिनो मोरिया और केतन कदम की पत्नी ने मिलकर 2020 में कोविड के दौरान मिलकर एक कंपनी शुरू की थी। इस कंपनी को कागजों पर एक इलेक्ट्रिक बग्गी सेवा प्रदाता के रूप में दर्ज किया गया था लेकिन पुलिस का आरोप है कि कंपनी को पाइपलाइन कारोबार के नाम पर संदिग्ध वित्तीय लेनदेन को छिपाने के लिए उपयोग में लाया गया था। जब मामला तूल पकड़ने लगा तो डिनो मोरिया को पूछताछ के लिए बुलाया गया।