नवीन सिंह भारद्वाज: आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ से बड़े पर्दे पर एक बार फिर पूजा की एंट्री हो गई है। फिल्म में आयुष्मान खुर्राना पूजा के किरदार में बिल्कुल ढल गए हैं।
‘ड्रीम गर्ल 2’ के डायरेक्टर राज शांडिल्य है और फिल्म के लिए लोगों में अलग ही क्रेज है। फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ सिनेमाघरो में रिलीज हो चुकी है। ‘ड्रीम गर्ल 2’ का रिव्यू आप यहां पढ़ सकते हैं।
कहानी
फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ आगरा के एक लड़के करम कुमार (आयुष्मान खुराना) पर आधारित है, जो बचपन से ही लड़कियों की आवाज निकालकर कभी अपने दोस्तों को बचाया करता था, तो कभी रामलीला और जगराता में गाना या डांस करता था। करम के पिता जगजीत (अन्नू कपूर) के सर पर कई लोन थे, जिन्हें चुकाने के लिए वह नौकरी ढूंढ रहा होता है।
परी के पापा ने करम को दिया ये टॉस्क
अब आप सोच रहे होंगे कि ये कहानी तो आपने पहले भी सुनी है। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो ये बिल्कुल सही है क्योंकि राज शांडिल्य ने अपनी पिछली फिल्म के किरदारों के साथ ही वापस एंट्री की है। फिल्म की शुरुआत में ही जगराता के दौरान करम और परी (अनन्या पाण्डे) की कहानी सबको पता चल जाती है और परी के पापा जयपाल श्रीवास्तव (मनोज जोशी) करम का फैमिली बैकग्राउंड देख कर उसे 20-30 लाख कमाने के लिए 6 महीने का वक्त देते हैं और कह देते हैं कि तभी वो परी से करम की शादी करवाएंगे।
करम के दोस्त ने दिया ये आइडिया
फिर करम का दोस्त स्माइली (मनजोत सिंह) उसे डांस बार में लड़की बन कर डांस करने का आइडिया देता है, जिससे वहां पैसे लूटा रहें लोगों से वोट ज़्यादा से ज़्यादा पैसे कमा सके। इसी दौरान पूजा की मुलाकात अबू सलीम (परेश रावल) के परिवार से होती है। फिल्म में ट्विस्ट तो तब आता है जब पूजा के चार आशिक उनसे शादी करने के पीछे पड़ जाते हैं।
आखिरी में क्या सोशल मैसेज मिलेगा?
इन चार आशिकों में एक सोना भई (विजय राज), मोहम्मद शाहरुख़ (अभिषेक बनर्जी), क्रेडिट कार्ड सेल्स मैन टाइगर पांडे (रंजन राज) और मोहम्मद शाहरुख़ काई सौतेला बड़ा भाई शौक़िया (राजपाल यादव ) इन सभी परेशानियों से करम खुदको कैसे बचाता है और फिल्म के आखिरी में क्या सोशल मैसेज देता है यह जानने के लिए तो आपको फिल्म देख ही सकते हैं।
डायरेक्शन और राइटिंग
राज शांडिल्य एक बार फिर आयुष्मान खुराना और अपनी ड्रीम गर्ल पूजा के साथ वापसी कर रहे हैं। इस बार फिल्म में राज का साथ दे रहे हैं राइटर नरेश कथूरिया और पिछली बार की ही तरह राज ने फ़िल्म की कहानी को दमदार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। दमदार कास्टिंग कर राज ने फ़िल्म को और मजबूत बनाने की कोशिश की है। हां फिल्म में आप जोर-जोर से हंसने वाले हैं और कही कही फिल्म के शॉट्स आपको जम्प करते नजर आएंगे तो कही कही जबरजस्ती के वन लाइनर्स ( one liners) आपको बोर भी करेंगे।
एक्टिंग
हर बार की तरह इस बार भी आयुष्मान खुराना दिल जीतने में कामयाब हुए। बीते साल आयुष्मान की कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी, लेकिन ड्रीम गर्ल 2 के जरिए अब लगता है कि आयुष्मान की गाड़ी एक बार फिर चल पड़ेगी। आयुष्मान ने एक बार फिर कॉमेडी के साथ इस बार भी फिल्म के आखिरी में एक सोशल मैसेज दे ही डाला।
अनन्या पांडे नहीं बल्कि पूजा
करम के पिता का जगजीत के रोल निभाने वाले अन्नू कपूर भी कभी उनका किरदार अपनी एक्टिंग से निराश नहीं करते हैं। परफेक्ट कॉमेडी के साथ आपके चेहरे पर एक मुस्कान छोड़ जाता है। हां फिल्म देखकर आपको ये जरूर लगेगा कि फिल्म की अदाकार अनन्या पांडे नहीं बल्कि पूजा ही है। अनन्या के पास फिल्म में ज्यादा करने को कुछ है और फ़िल्म देखने के बाद आपको ये एहसास होगा कि ज़्यादा नहीं था वही बेहतर था।
सभी की एक्टिंग शानदार
करम के दोस्त का किरदार निभाने वाले मनजोत सिंह का किरदार भी इंप्रेस करने से चूका नहीं। फिल्म में इतने दमदार ऐक्टर्स के कास्टिंग के बावजूद भी राज ने कई ऐक्टर्स को उतना स्क्रीन स्पेस नहीं दिया है जैसे मनोज जोशी, राजपाल यादव। वहीं फिल्म में सभी की एक्टिंग शानदार थी, चाहे वो परेश रावल हो या सीमा पावा या विजय राज; सारे किरदारों ने अपनी कॉमेडी टाइमिंग कसकर पकड़ रखी थी, जो फिल्म को शानदार बना देती है।
म्यूजिक
ड्रीम गर्ल 1 के बाद ड्रीम गर्ल 2 गरका म्यूजिक भी मीत ब्रोस ने दिया है। इस बार मीत ब्रोस का साथ दे रहे हैं तनीश बागची, फिल्म का मेन सॉन्ग ‘मेरे दिल का टेलिफोन’ को रीमिक्स कर की वापस लाया गया है। इस गाने में आयुष्मान के एक्सप्रेशन और लुक देख उनपर आपका दिल ही आ जाएगा। फ़िल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आपको फिल्म से बांधे रखने में मदद करता है।
क्यों देखें और क्यों ना देखें
फिल्म के डायरेक्टर कॉमेडी सर्कस और कॉमेडी नाइट्स विद कपिल के कई एपिसोड लिख चुके राज शांडिल्य ने किया है। इस बार राज का साथ देते नजर आ रहे हैं नरेश कथूरिया। फ़िल्म में दमदार ऐक्टर्स और उनकी कॉमेडी की समझ आपको फिल्म में बांधे रखती है। शानदार डायलॉग्स, वन लाइनर, इमोशन, रोमांस सब कुछ आपको देखने को मिलेगा। हां शुरू में फ़िल्म तेज़ी से रफ़्तार पकड़ता है और फिर इंटरवल और उसके बाद स्लो हो जाता है। फ़िल्म का क्लाईमेक्स आपको शायद बोर कर सकता है। फिल्म को मिलते हैं 3 स्टार।