---विज्ञापन---

एंटरटेनमेंट

Vicky Kaushal की छावा को क्यों मिल सकता है 2025 का नेशनल अवॉर्ड? जानिए 5 कारण

विक्की कौशल की फिल्म छावा थिएटर्स के बाद अब ओटीटी पर भी अपना जलवा दिखा रही है। फिल्म में विक्की की परफॉर्मेंस को काफी पसंद किया जा रहा है लेकिन इसी बीच अब फिल्म को नेशनल अवॉर्ड देने की बात भी फैंस की ओर से की जा रही है। ऐसे में आपको बताते हैं 5 कारण जो इस फिल्म को नेशनल अवॉर्ड दिला सकते हैं।

Author Edited By : Himanshu Soni Updated: Apr 15, 2025 18:29
Vicky Kaushal Chhaava
Vicky Kaushal Chhaava

विक्की कौशल एक बार फिर अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं। इस बार उन्होंने ऐतिहासिक ड्रामा ‘छावा’ में ऐसी दमदार परफॉर्मेंस दी है, जिसे देख हर किसी की जुबान पर सिर्फ उनकी तारीफ ही है। फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर पहले ही चर्चा तेज है और अब तो कई लोगों का मानना है कि ये फिल्म इस साल के नेशनल अवॉर्ड की रेस में सबसे आगे है। आइए जानते हैं वो पांच ठोस कारण जो छावा को इस साल का नेशनल अवॉर्ड जीता सकते हैं।

फिल्म की अनछुई ऐतिहासिक कहानी 

छावा की सबसे बड़ी ताकत इसकी कहानी है। ये एक ऐसे योद्धा संभाजी महाराज की गाथा है जिसके बारे में आम जनता को बहुत कम जानकारी थी। फिल्म ने इतिहास के उन पन्नों को खोला है जो अब तक ज्यादातर लोगों की नजरों से दूर थे। निर्देशक ने इस कहानी को इस तरह से पेश किया है कि दर्शक न सिर्फ भावुक होते हैं बल्कि गर्व भी महसूस करते हैं।

---विज्ञापन---

विक्की कौशल की जानदार परफॉर्मेंस

विक्की कौशल हर फिल्म के साथ अपने अभिनय का स्तर ऊंचा करते जा रहे हैं और छावा इसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने अपने किरदार में जिस तरह की गंभीरता और जज्बा दिखाया है, वो उनके अभिनय के प्रति समर्पण को दर्शाता है। युद्ध के मैदान से लेकर इमोशनल सीन्स तक, विक्की हर फ्रेम में छा जाते हैं।

---विज्ञापन---

कहानी के साथ दमदार डायलॉग्स

फिल्म की स्क्रिप्ट और डायलॉग्स इसकी आत्मा हैं। हर एक डायलॉग कहानी को आगे बढ़ाता है और दर्शकों की भावनाओं से गहराई से जुड़ता है। कई डायलॉग्स ऐसे हैं जो थिएटर में तालियों और सीटियों के साथ स्वागत पाते हैं। इन संवादों में न सिर्फ इतिहास की गूंज है, बल्कि आज के दौर के लिए भी एक प्रेरणा है।

सच्ची घटना पर आधारित

छावा सिर्फ एक मनोरंजक फिल्म नहीं, बल्कि ये एक ऐतिहासिक दस्तावेज है। ये उन सच्ची घटनाओं पर आधारित है जो आज के युवाओं को अपने अतीत से जोड़ती है। जब दर्शक जानते हैं कि ये सब कुछ सच में हुआ था, तो फिल्म का असर कई गुना बढ़ जाता है।

इमोशनल कनेक्ट रहता है याद

फिल्म के आखिर में जब कहानी अपने चरम पर पहुंचती है, तो थिएटर में सन्नाटा छा जाता है। दर्शक सिर्फ किरदारों से नहीं, बल्कि उनकी इमोशन्स से भी जुड़ जाते हैं। यही कारण है कि फिल्म देखने के बाद लोग कई घंटों तक उसके असर में रहते हैं।

कुल मिलाकर ‘छावा’ एक ऐसी फिल्म है जो न सिर्फ एंटरटेन करती है, बल्कि शिक्षित भी करती है और प्रेरित भी। नेशनल अवॉर्ड के मंच पर अगर इस फिल्म का नाम गूंजे, तो ये कोई हैरानी की बात नहीं होगी।

यह भी पढ़ें: Samay Raina और Ranveer Allahbadia का बयान दर्ज, तीसरी बार महाराष्ट्र साइबर सेल ने किया था तलब

HISTORY

Edited By

Himanshu Soni

First published on: Apr 15, 2025 06:29 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें