Success Story Of Abhishek Jain : किसान का बेटा जब पढ़ाई के लिए कॉलेज जाता है तो आंखों में बहुत सारे सपने होते हैं। माता-पिता को उम्मीद होती है कि उनका बेटा पढ़ाई के बाद अच्छी नौकरी करेगा और घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में मदद करेगा। बच्चे की पढ़ाई के लिए किसान माता-पिता अपना सब कुछ झोंक देते हैं। लेकिन क्या होगा जब बेटा गांव लौट आए? ऐसा ही कुछ हुआ अभिषेक जैन के साथ। हालांकि गांव लौटने की उनकी मजबूरी थी। लेकिन उन्होंने बाद में कुछ ऐसा कर दिखाया कि वह मिसाल बन गए। आज वह ‘पिकल जंक्शन’ के फाउंडर हैं।
खेती में रखा कदम
राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले अभिषेक आम छात्रों की तरह पढ़ाई के लिए कॉलेज गए। उन्होंने कॉमर्स से ग्रेजुएशन की। इसी दौरान उन्होंने अपना बिजनेस शुरू करने का प्लान बनाया। एक कंपनी भी बनाई। अभी कुछ ही समय गुजरा था कि पिता का निधन हो गया। उन्हें कंपनी बंद करनी पड़ी और वापस गांव लौट गए। अब मन में सवाल था कि गांव में क्या करेंगे? ग्रेजुएशन के दौरान पढ़ा था कि खेती में भी अच्छा भविष्य है। फिर क्या था, शुरू कर दी खेती। लेकिन कड़ी परीक्षा अभी बाकी थी।
इंटरनेट से सीखा खेती करना
अभिषेक को खेती के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब उन्हें खेती में कोई फायदा नहीं हुआ तो उन्होंने अमरूद के बगीचे लगाए। इनमें भी फायदा नहीं हुआ। इसके बाद अभिषेक ने इंटरनेट से जानकारी जुटाई और खेती के गुण सीखे। साथ ही वह किसानों के ग्रुप से जुड़ गए और खेती के बारे में नई-नई चीजें पता करना शुरू कर दीं। अभिषेक ने जैविक खेती को अपनाया। अभिषेक ने सारी रिसर्च करने और जानकारी लेने के बाद अपने खेत में नींबू और दूसरे फल उगाए। ज्यादा फोकस नींबू उगाने पर रहा। अभिषेक ने अपने खेत में बारहमासी और देशी कागजी नींबू भी लगाए।
ऐसे आया अचार के बिजनेस का आइडिया
अभिषेक का शुरू में फोकस नींबू के बिजनेस पर था। वह घर के लिए नींबू का अचार भी बनाते थे। एक दिन उनके कुछ दोस्त उनके घर आए हुए थे। अभिषेक ने उन्हें नींबू का अचार खाने को दिया। उन्हें वह अचार काफी पसंद आया। कुछ दोस्त नींबू के अचार को अपने घर भी ले गए। उनके घर पर भी यह अचार काफी पसंद किया गया। इसके बाद एक दोस्त ने अभिषेक को 25-30 किलो नींबू का अचार बनाने को कहा। बाद में कुछ दोस्तों ने अचार को बाजार में बेचने का सुझाव दिया। बस, फिर क्या था, शुरू कर दिया अचार का बिजनेस।
15 लाख रुपये सालाना कमाई
अभिषेक ने अचार के बिजनेस में कदम रखा और ‘पिकल जंक्शन’ नाम से एक कंपनी शुरू कर दी। अभिषेक अचार को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे अमेजॉन, फ्लिपकार्ट आदि पर बेचते हैं। खेत में उगे नींबू के एक हिस्से का इस्तेमाल वह अचार बनाने में करते हैं और बाकी को बाजार में बेच देते हैं। वह अपने बिजनेस से मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 15 लाख रुपये महीने कमा रहे हैं। अभिषेक 2007 से खेती कर रहे हैं। उनकी कंपनी पिकल जंक्शन आज कई तरह के अचार बनाती है।
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