Reserve Bank of India Imposed Penalty: पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए भारत के दो बैंकों पर भारी जुर्माना लगाया है। नियमों का पालन न करने पर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक और सिटी यूनियन बैंक पर करोड़ों रुपये का जुर्माना लगाया है। आरबीआई की ओर से तीनों बैंकों पर लगभग 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है। “जमा कर्ता शिक्षा जागरूकता कोष योजना 2014” से जुड़े नियमों के उल्लंघन करने पर भारतीय रिजर्व बैंक ने तीनों बैंकों पर जुर्माना लगाया है।
किस बैंक पर कितने रुपये का लगा जुर्माना?
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार जमा कर्ता शिक्षा जागरूकता कोष योजना 2014 के नियमों का उल्लंघन करने पर एसबीआई (SBI), सिटी यूनियन बैंक लिमिटेड (City Union Bank Limited) और केनरा बैंक (Canara Bank) पर जुर्माना लगाया गया है, लेकिन जुर्माने की रकम अलग-अलग है।
RBI ने SBI पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। जबकि, प्रॉपर्टी क्लासिफिकेशन, इनकम सर्टिफिकेट और लोन, फंसे हुए कर्ज (NPA) से संबंधित प्रावधान और KYC से जुड़े नियमों का पालन न करने पर सिटी यूनियन बैंक लिमिटेड पर 66 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा आरबीआई के कुछ नियम ऐसे भी हैं जिनका पालन न करने के चलते केनरा बैंक भी पर जुर्माना लगाया गया है, जिसकी रकम 32.30 लाख रुपये है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि इन तीनों बैंकों के अलावा ओड़िशा में स्थित राउरकेला के ओशन कैपिटल मार्केट लिमिटेड पर भी भारी जुर्माना लगा है। इस कंपनी पर गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) से जुड़े कुछ प्रावधानों के नियम का पालन न करने पर आरबीआई ने 16 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
ग्राहक पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
RBI के इस एक्शन से ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? क्या ग्राहकों को बैंक से लेन-देन करने में समस्या आ सकती है? तो आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला है। बैंकों पर नियम का पालन न करने पर लगने वाले जुर्माने का असर ग्राहकों पर नहीं होगा। आरबीआई की ओर से बैंकिंग नियम का पालन न करने पर समय-समय पर बैंक और एनबीएफसी पर जुर्माना लगाया जाता है। ग्राहक बैंक से संबंधित काम को बिना किसी रुकावट के करा सकते हैं।
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