PM Vishwakarma Yojana : लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के ऐलान के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भी इसे अपनी हरी झंडी दे दी है। विश्वकर्मा जयंती के मौके पर 17 सितंबर से इस योजना की शुरुआत की जायेगी।
केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार की बैठक में इस योजना को मंजूरी देते हुए खाजान खोलने का ऐलान कर दिया। कैबिनट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सरकार के फैसले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना पर फिलहाल 13 हजार करोड़ रूपये का खर्च आयेगा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) में गुरु-शिष्य परंपरा के अंतरगत कामगार का कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। इस योजना के पहले चरण में बुनकर, सुनार, लोहार, कपड़े धोने वाले श्रमिक, नाई समेत 18 तरह के पारंपरिक कार्य करने को बढ़ावा दिया जाएगा। इस योजना के शुरुआत में कम से 30 लाख कारीगर परिवारों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में इस योजना के कुम्हार, लोहार, हथौड़ा व औजार बनाने वाले, बढ़ई, नौका बनाने वाले, राज मिस्त्री, चर्मकार, दरी, झाड़ू एवं टोकरी बनाने वाले, दर्जी, धोबी, नाई, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले, सुनार, पत्थर की कारीगरी करने वाले शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि इन लोगों को कम ब्याज दर दर ऋृण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी और उन्हें बाजार तक पहुंचने में सरकार मदद करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि इस योजना के लाभार्थियों को 2 लाख रुपये तक का लोग 5 फीसदी की रियायती ब्याज दर पर सरकार उपलब्ध कराएगी।
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इस योजना के तहत लाभार्थियों का दो चरणों में कौशल विकासित करने का कार्यक्रम है। पहला चरण ‘बेसिक’ और दूसरा ‘एडवांस’ होगा। पहले चरण में कामगारों एक लाख रूपये तक का लोन दिया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए एक और लाख रूपया मिलेगा।
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इसके तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को स्टाइपंड यानी मानदेय के रुप में प्रतिदिन 500 रुपये भी मिलेंगे। इतना ही नहीं आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए सरकार की ओर इन्हें 15000 रुपये की आर्थिक मदद भी की जाएगी। शुरुआती चरण में इस योजना पर करीब 13 हजार करोड़ रुपये खर्च आने की संभावना है।
इस योजना (PM Vishwakarma Yojana) के लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र भी दिया जायेगा। साथ ही इन्हें डिजिटल लेनदेन और बाजार तक पहुंचने में भी मदद प्रदान किया जायेगा।