Mutual Fund SIP vs Stock SIP: आजकल मार्केट में निवेश करने के लिए कई तरह के ऑप्शन हैं। ऐसे में कई बार ये समझना मुश्किल हो जाता है कि कहां पर निवेश करना एक अच्छा फैसला रहेगा या फिर कहां पर निवेश करना सिर्फ सुरक्षित ही नहीं बल्कि ज्यादा रिटर्न वाला रहेगा? तो इसके लिए आपको निवेश करने से पहले एनालाइज करना जरूरी है। निवेश के लिए मार्केट एनालाइज करना जरूरी है, जिससे ये पता लगया जा सके कि कौन-कौन से ऑप्शन हैं और कहां निवेश करना सही रहेगा।
बात करें एसआईपी की तो इसे भी कई निवेशक अपना रहे हैं, लेकिन स्टॉक एसआईपी या म्यूचुअल फंड एसआईपी में से ज्यादा बेहतर कौन सा है और किसमें जोखिम कम है ये कई लोगों का सवाल रहता है, तो आइए म्यूचुअल फंड एसआईपी और स्टॉक एसआईपी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Mutual Fund SIP vs Stock SIP
व्यवस्थित निवेश योजनाएं (Systematic Investment Plans) यानी SIP को नियमित निवेश के लिए जाना जाता है। इसमें आप कम निवेश के साथ कुछ समय बाद अधिक लाभ पा सकते हैं। म्यूचुअल फंड एसआईपी और स्टॉक एसआईपी दोनों को निवेश के मामले में एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है जो रोजाना निवेश को बढ़ावा देने के लिए अधिक रिटर्न बेनिफिट्स के साथ हैं।
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म्यूचुअल फंड एसआईपी क्या है?
म्यूचुअल फंड में म्यूचुअल फंड एसआईपी को फिक्स्ड अमाउंट के साथ एक रेगुलर इन्वेस्टमेंट के तौर पर जाना जाता है। इसमें आप नियमित रूप से निवेश कर सकते हैं। इससे निवेश में विविधता लाया जा सकता है क्योंकि ये आपको अलग-अलग उद्योगों के शेयरों में निवेश करने की अनुमति देता है। इसमें संभावित जोखिमों कम रहता है क्योंकि निवेश पर रिटर्न किसी स्पेशल स्टॉक या उद्योग पर निर्भर नहीं होता है। इसके अलावा किसी व्यक्तिगत संपत्ति या संपत्ति के समूह का कमजोर प्रदर्शन में अन्य निवेशों के बेहतर प्रदर्शन से इसकी भरपाई की जा सकती है।
स्टॉक एसआईपी क्या है?
स्टॉक एसआईपी में स्पेशल शेयरों में एक निश्चित अमाउंट का रेगुलर इन्वेस्टमेंट शामिल होता है। निवेशक धीरे-धीरे उस स्टॉक के शेयरों की संख्या बढ़ा सकते हैं। स्टॉक एसआईपी का इस्तेमाल करके किसी भी कॉस्ट एवरेज का फायदा उठाया सकता है, क्योंकि जब किसी शेयर की कीमतें कम हो तो वो उसे खरीद या बेच सकते हैं। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि स्टॉक एसआईपी निवेशित फंडों के लिए ज्यादा जोखिम पैदा करता है। इसके पीछे की वजह बाजार की अस्थिरता और उतार-चढ़ाव है। बाजार में गिरावट की स्थिति होने पर निवेशकों को बड़ी राशि में घाटा भी हो सकता है।
जोखिम और रिटर्न की तुलना
बात करें अगर म्यूचुअल फंड एसआईपी और स्टॉक एसआईपी में से कौन सा सबसे ज्यादा जोखिम भरा है तो इस मामले में स्टॉक एसआईपी को अधिक जोखिम भरा माना जाएगा। इसका कारण ये है कि स्टॉक मार्केट में शेयर्स के जरिए लाभ होगा और शेयर्स मार्केट में उतार-चढ़ाव रहता है जो निवेशित फंडों के लिए गिरवाट के समय जोखिम भरा हो सकता है। जबकि, म्यूचुअल फंड एसआईपी पोर्टफोलियो का विविधीकरण सुनिश्चित करता है और प्रोफेशनल मैनेजमेंट द्वारा चलाया जाता है जिससे जोखिम का कमहै।
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वहीं, अगर बात करें कि म्यूचुअल फंड एसआईपी और स्टॉक एसआईपी में से कौन ज्यादा रिटर्न देगा तो आप म्यूचुअल फंड निवेश से अधिक पैसा कमा सकते हैं। जबकि, शेयर बाजार में तेजी आने पर निवेशक को स्टॉक एसआईपी से भी तगड़ा फायदा हो सकता है। शेयर बाजार में तेजी का माहौल आने पर शेयरहोल्डर्स को कई बार तगड़ा फायदा हो जाता है, लेकिन इसके लिए आप में सब्र का होना बहुत जरूरी है।