Afghanistan’s Currency Stronger Than India-Pakistan: क्या आपको पता है कि भारत और पाकिस्तान की करेंसी से अफगानिस्तान की मुद्रा ज्यादा मजबूत है। चौंकिए मत, ये बिलकुल 100 फीसदी सच है। अब आप सोचेंगे कि आखिर जिस देश में न तो बड़ा उद्योग है, न पर्यटन है, फिर भी उसकी करेंसी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी भारत से ज्यादा मजबूत कैसे है? अगर आपके दिमाग में भी ‘कैसे’ के साथ सवाल उठ रहे हैं तो इसका जवाब हम आपको देते हैं।
अफगानिस्तान में पैसों की बारिश
दुनिया की सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के एक डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी का मूल्य 83 रुपये है, जबकि पाकिस्तान में ये आंकड़ा 279 पाकिस्तान रुपये है। वहीं, अफगानिस्तान में एक डॉलर का मूल्य सिर्फ 75 अफगानी है। इसे देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि अफगानिस्तान में पैसों की बारिश होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां पर डॉलर में ‘Hard Cash’ प्लेन से भेजा जाता है। ये कैश अफगानिस्तान के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए भेजा जाता है, जो कभी भी वहां के लोगों की मदद के लिए इस्तेमाल नहीं होता। ये सारा डॉलर तालिबान के हाथों में जाता है।
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आखिर कैसे अफगानिस्तान की करेंसी है मजबूत
इसके अलावा जब से अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा किया है, तब से उन्होंने देश में सारा लेन- देन सिर्फ अफगानी में कर दिया है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से जब अफगानिस्तान के लोगों के लिए ‘Hard Cash’ डॉलर आता है तो उसे सीधे तौर पर खर्च ना कर पाने की वजह से सारा डॉलर तालिबान को देकर उनसे अफगानी लेते हैं। अफगानिस्तान में इतने बड़े लेवल पर डॉलर के आने और उसके बदले अफगानी देने की वजह से यहां की करेंसी भारत और पाकिस्तान की करेंसी से ज्यादा मजबूत है।