Property Buying Tips: प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट हर भारतीय के लिए एक बड़ा कदम है। ऐसे में किसी भी प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले आप पूरी जांच पड़ताल करते हैं। इसमें आपकी मदद रियल स्टेट एजेंट और बिल्डर्स कर सकते हैं। मगर कभी-कभी ये लोग अपनी जिम्मेदारियों का गलत फायदा उठाते हैं। ऐसे में रेरा आपकी मदद करता है। रेरा जहां निवेशकों की मदद करता है, वहीं यह बिल्डर्स और डेवलपर्स पर लगाम लगाती है। हालांकि इसके बावजूद भी बहुत से बिल्डर लोगों को फंसाने का प्रयास करते है और अपनी प्रॉपर्टी खरीदने वाले कस्टमर से ज्यादा पैसे वसूलने की कोशिश करते हैं।
बता दें कि इसके लिए वे कई अलग-अलग चार्ज का सहारा लेते हैं, जिसमें PLC यानी प्राइम लोकेशन चार्ज बहुत कॉमन है। जबकि यह रेरा के निर्धारित नियमों के बिल्कुल खिलाफ है। रेरा ने इस बार को क्लीयर किया है कि बिल्डर्स के बताए गए पर स्क्वायर फुट की कीमत में प्रॉपर्टी की पूरी कीमत शामिल होनी चाहिए।इसके अलावा बिल्डर्स कस्टमर्स से कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं ले सकते हैं। आइये जानते हैं कि बिल्डर्स आपसे किस तरह के एक्स्ट्रा चार्ज की मांग करते हैं।
एक्सटर्नल और इंटरनल डेवलपमेंट चार्ज
बिल्डर्स इन चार्ज के रूप में भी निवेशकों से एक्स्ट्रा चार्ज लेते हैं। एक्सटर्नल डेवलपमेंट चार्ज को EDC और इंटरनल डेवलपमेंट चार्ज को आईडीसी कहा जाता है। रेरा के कड़े नियमों के लागू होने के पहले बिल्डर्स इन चार्जेज को प्रोजेक्ट के आधे बन जाने या फिर पजेशन के समय लगाते थे। वे प्रॉपर्टी के लोकेशन के एरिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को लेकर एक्स्ट्रा पैसों की मांग करते हैं। रेरा इन एक्स्ट्रा चार्ज को रोकने के लिए कुछ कड़े नियम निकालें, जिसके बिल्डर्स इन एक्स्ट्रा चार्ज को प्रॉपर्टी की कीमत में जोड़ देते हैं।
इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए चार्ज
अगर आप किसी अच्छे प्रोजेक्ट के तहत प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो आपको बहुत सी सुविधाएं मिलेगी। इसमें फुटपाथ, इंटरनल रोड, एक्स्ट्रा लाइटिंग और वायरिंग आदि शामिल होते हैं। इसका चार्ज भी बिल्डर आपसे ही लेते हैं और इसकी जानकारी भी ज्यादातर समय बिल्डर पजेशन के समय ही देते हैं। अच्छी बात ये हैं कि आप इन तरह के चार्ज से बच सकते हैं और बिल्डर को इसकी पेमेंट करने को कह सकते हैं। हालांकि इसकी एक शर्त है, जिसके तहत बिल्डर बायर एग्रीमेंट में ये लिखा होना चाहिए कि आप बिल्डर को बुकिंग के समय तय की गई कीमत से अधिक नहीं देंगे।
पार्किंग और क्लब मेम्बरशिप चार्ज
अक्सर हम बिल्डिंग में कई सुविधाएं देखते हैं, इसमें क्लब मेंबरशिप या पार्किंग जैसी सुविधाएं मिलती हैं। प्राइवेट बिल्डर्स प्रोजेक्ट में दो तरह की पार्किंग की सुविधा होती है, जिसमें ओपन और कवर्ड पार्किंग के ऑप्शन होते हैं। इसके लिए आपसे डेढ़ से 5 लाख रुपये लिए जा सकते हैं। क्लब मेम्बरशिप के नाम पर भी बिल्डर्स इस तरह का चार्ज लेते हैं।
लेट पेमेंट पेनाल्टी क्लॉज
ज्यादातर लोग प्रॉपर्टी लेने के लिए लोन का इस्तेमाल करते हैं। होम लोन में कंस्ट्रक्शन में चल रही बिल्डिंग के कंस्ट्रक्शन लिंक प्लान क हिसाब से लोन की रकम सैंक्शन की जाती है। यानी कि जैसे-जैसे काम आगे बढ़ता है, बैंक अमाउंट को बिल्डर तक पहुंचा देता है। ऐसे में कभी-कभी बैंक की तरह में इसमें देरी हो जाती है, जिसके चलते बिल्डर ग्राहकों पर लेट पेमेंट पेनाल्टी लगा देते है। अगर 4 या 5 बार ऐसा हो जाता है तो यह रकम लाखों में पहुंच जाता है।