How to Claim Insurance for Car: भारत के हर शहरों में गाड़ियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, यहां तक की पार्किंग करने के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो ऐसा होता है कि पार्किंग मिलती ही नहीं है, ऐसे ही सड़क के किनारे कार खड़ी करके हम अपने काम करने चले जाते हैं। अब जब भारत में दिवाली का त्यौहार मनाया जा रहा है और आप जानते ही हैं कि दिवाली पर रॉकेट, पटाखे बच्चे जमकर फोड़ते हैं, ऐसे में अगर पटाखों से आपकी कार को कोई नुकसान हो गया है, तो फिर किस तरीके से बीमा कंपनी उसकी भरपाई करेंगी? आज इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी देते हैं।
बीमा के कई तरीके
बीमा तीन तरह के होते हैं। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस और स्टैंड अलोन इंश्योरेंस। पहले वाला बीमा तो किसी एक्सीडेंट के समय इस्तेमाल होता है। वहीं दूसरा और तीसरा आग या फिर किसी विस्फोटक की वजह से कार में होने वाले नुकसान के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए बीमा कंपनी दूसरा और तीसरा इंश्योरेंस आपके लिए इसमें लागू करती हैं।
क्लेम के लिए ये स्टेप्स करें फॉलो
जैसी आपकी कार के साथ कोई अनहोनी हो आप तुरंत इसकी सूचना अपनी बीमा एजेंट को दें। साथ में FIR करना भी ना भूलें, क्योंकि सभी बीमा कंपनियां सबसे पहले FIR की फोटो कॉपी मांगती हैं। इसके बाद अगर आपका क्लेम सही पाया जाता है बीमा कंपनी क्लेम के लिए मंजूरी दे देंगी, जिसके बाद अपने पूरे डॉक्यूमेंट एजेंट को सौंप दें। कुछ ही दिनों बाद आपका क्लेम रिसीव हो जाएगा।
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कब होता है क्लेम रिजेक्ट
अब दूसरा सवाल आता है कि बीमा कंपनियां क्लेम कब रिजेक्ट करती हैं। देखिए बैटरी से होने वाला फॉल्ट, गैस किट से लगने वाली आग, गाड़ी के अंदरूनी वायर की समस्या से होने वाले नुकसान को बीमा कंपनी इंश्योरेंस में नहीं लेती हैं। इसलिए कोशिश करें समय-समय पर अपनी गाड़ी का मेंटेनेंस चेक करते रहें, जिससे इन सभी समस्याओं से बचा जा सके।
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