Adani Offshore Deals: भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (Sebi) द्वारा ‘संबंधित पार्टी’ लेनदेन पर नियमों के संभावित उल्लंघन की जांच पर रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में 3 अप्रैल को गिरावट आई। जांच अडानी समूह के लेन-देन से संबंधित है, जिसमें मालिक गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी से जुड़ी कम से कम तीन विदेशी संस्थाएं शामिल हैं।
कहा गया कि विचाराधीन तीन संस्थाएं 13 वर्षों से बंदरगाहों से बिजली समूह की गैर-सूचीबद्ध सहायक कंपनियों के साथ कई निवेश सौदों में लगी हुई हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विनोद अडानी इन संस्थाओं से लाभ कमा रहे हैं। वे निदेशक के रूप में जुड़े हुए हैं। बाजार नियामक सेबी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या इन कनेक्शनों का खुलासा ना करना ‘संबंधित-पार्टी लेनदेन’ को नियंत्रित करने वाले नियमों का उल्लंघन है?
शेयरों में आई इतनी गिरावट
अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में 2.5 प्रतिशत, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में 5 प्रतिशत का लोअर सर्किट लगा, अडानी टोटल गैस लिमिटेड में 0.7 प्रतिशत, अडानी पावर लिमिटेड में 2.2 प्रतिशत, अडानी पोर्ट्स और एसईजेड में 1.2 प्रतिशत, अडानी विल्मर में 3.5 प्रतिशत, एनडीटीवी लिमिटेड में 3.7 फीसदी की गिरावट आई।
इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (IiAS), एक प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म, अडानी टोटल गैस (ATGL) के शेयरधारकों से एक विशेष प्रस्ताव को अस्वीकार करने का आग्रह कर रही है। जिसका उद्देश्य कंपनी के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (एओए) को संशोधित करना है।