Turbo petrol engine cars: भारतीय कार बाजार में अब धीरे-धीरे टर्बो चार्ज्ड इंजन की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। टर्बो इंजन वाली कारें ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हए डिजाइन की जाती हैं जिन्हें रोमांचक ड्राइव पसंद है। नॉर्मल इंजन की तुलना में टर्बो इंजन ज्यादा शक्तिशाली होता है।
आजकल काफी रिफाइंड और एडवांस्ड इंजन आने लगे हैं जो पावर के साथ जबरदस्त माइलेज ऑफर करते हैं। मारुति सुजुकी, हुंडई, निसान और रेनो जैसी कार कंपनियां छोटे टर्बो इंजन के साथ कारों की बिक्री कर रही हैं। यहां हम आपको टर्बो इंजन वाली कार खरीदने के लिए 3 बड़े फायदे बता रहे हैं।
क्या होता है टर्बोचार्ज्ड इंजन?
टर्बोचार्ज्ड इंजन के फायदे जानने से पहले आपको इस इंजन और इसमें लगी टेक्नोलॉजी के बारे में भी जानना जरूरी है। टर्बोचार्ज्ड इंजन टरबाइन के माध्यम से एग्जॉस्ट से गैस खींचता है और इसे कंबशन चेंबर में भेजता है,और इससे सभी सिलेंडरों में ज्यादा हवा पहुंचती है और ज्यादा पावर पैदा होती है।
इतना ही नहीं ज्यादा rpm पर ज्यादा पावर आउटपुट देती है। और ये पावर इतनी ज्यादा होती है कि जब आप गाड़ी चलाते हैं तो इसका शानदार अनुभव आपको फील होता है। टर्बो इंजन वजन में हल्के होते हैं और नॉर्मल इंजन की तुलना में ज्यादा पावर जनरेट करते हैं। वहीं नए BS6 एमिशन नॉर्म्स आ जाने से टर्बो इंजन का इस्तेमाल और बढ़ने वाला है।
टर्बो इंजन के 5 फायदे
- ये इंजन छोटे होते हैं, लेकिन पावर ज्यादा होती है
- टर्बो इंजन कम पॉल्यूशन करते हैं
- इनकी मेंटेनेंस भी काफी आसान है
- ये ज्यादा एयर-प्रेशर जनरेट करते हैं, जिससे पावर बेहतर मिलती है
- नॉर्मल इंजन के समान बेहतर माइलेज ऑफ़र करते हैं
टर्बो इंजन के नुकसान
टर्बो इंजन की लागत पर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजनों के मुकाबले ज्यादा आती है जिसकी वजह से कारे भी महंगी होती हैं। कुछ समय इस्तेमाल के साथ इनकी सर्विस भी महंगी पड़ती है।
आपको क्यों खरीदनी चाहिए टब्रो इंजन वाली कार
अगर आपको पावरफुल ड्राइविंग का मज़ा लेना है तो टर्बो इंजन वाली कार खरीदने चाहिए। आजकल तो कम बजट में आपको कुछ मॉडल आसानी से मिल जायेंगे। इस समय मारुति सुजुकी, हुंडई, रेनो और निसान की कारों में टर्बो इंजन आने लगे हैं।
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