Somwati Amavasya: इस बार सावन माह की अमावस्या 17 जुलाई, 2023 (सोमवार) को आ रही है। इसे हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है। सोमवार को आने के कारण इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इसे पितरों की तिथि माना गया है। ऐसे में इस दिन पितरों की शांति के निमित्त उपाय करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। आचार्य अनुपम जौली से जानिए अमावस्या के ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में
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सोमवती अमावस्या के उपाय (Somwati Amavasya Ke Upay)
- सोमवती अमावस्या पर सुबह अपने पितरों का स्मरण करते हुए उनके लिए श्राद्ध कर्म, पिंड दान तथा तर्पण करें। इस उपाय से पितृ दोष व जन्मकुंडली के अन्य दोष दूर होते हैं। इससे पितृ भी संतुष्ट होकर परिवार के सदस्यों को फलने-फूलने का आशीर्वाद देते हैं।
- अमावस्या पर पितरों की पसंद का भोजन बनाकर गाय, कौए अथवा गरीब भिखारियों को खिलाना चाहिए। यथाशक्ति गरीबों अथवा अनाथ आश्रम में वस्त्र, भोजन, दवाईयां अथवा अन्य सामग्री भी दान करनी चाहिए। इससे समस्त ग्रहों का दोष दूर होता है।
- यदि संभव हो तो इस दिन श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें। यदि संस्कृत में न कर पाएं तो हिंदी में ही पढ़ें। साथ ही गीता के पाठ का हवन भी करवाएं। इससे देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और प्रेत दोष सहित अन्य सभी समस्याएं दूर होती हैं।
- इस दिन सुबह जल्दी उठ कर स्नान कर ब्रह्म मुहूर्त में ही सूर्य भगवान को जल से अर्ध्य देना चाहिए। इसके बाद गायत्री मंत्र का 108 बार जप करें। इससे सूर्य देव प्रसन्न होकर सफलता का आशीर्वाद देते हैं।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।