Somwar Ke Upay: आज साल 2022 के अक्टूबर महीने का आखिरी और कार्तिक मास का चौथा सोमवार है। पुरातन काल से ही सोमवार का संबंध भोले नाथ से रहा है। इस दिन को भेले भंडारी (Bhole Bhandari) के भक्त खास मानते हैं और उनकी अराधना करते हैं। मान्यता के मुताबिक सोमवार के दिन व्रत और पूजा करने से शिव जी अपने भक्तों पर बहुत जल्द खुश होते हैं। वे भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
व्रत और पूजा करने वालों के जीवन से दुख, रोग, क्लेश व आर्थिक तंगी दूर होती है। कुवांरी कन्याओं द्वारा इस दिन व्रत व शिव पूजन किए जाने से उनका विवाह हो जाता है। इतना ही नहीं उन्हें भोलेनाथ (Bholenath) जैसा मनचाहा वर मिलता है।
हिंदू धर्म में कोई भी पूजा मंत्र उच्चारण के बिना अधूरी मानी जाती है। इसलिए पूजन में मंत्रों का जाप करना महत्वपूर्ण माना जाता है। खासकर अगर बात शिव पूजा की हो तो माना जाता है कि यदि व्यक्ति भोलेनाथ की पूजा न भी कर सक तो केवल शिव मंत्रों से ही इसका पूरा फल प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा व्यक्ति यदि सोमवार का व्रत करता है तो मंत्रों के साथ पूजा करने से वह भगवान शिव की कृपा का पात्र बन जाता है।
शिव जी का मूल मंत्र
– ऊँ नम: शिवाय।।
भगवान शिव का नामावली मंत्र
श्री शिवाय नम: ।।
श्री शंकराय नम: ।।
श्री महेशवराय नम: ।।
श्री सांबसदाशिवाय नम: ।।
श्री रुद्राय नम: ।।
ॐ पार्वतीपतये नमः ।।
ॐ नमो नीलकण्ठाय।।
शिव के अन्य प्रभावशाली मंत्र
– ओम साधो जातये नम:।।
– ओम वाम देवाय नम:।।
– ओम अघोराय नम:।।
– ओम तत्पुरूषाय नम:।।
– ओम ईशानाय नम:।।
-ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
मान्यता के मुताबिक सोमवार को भोलेभंडारी के इन मंत्रों के जाप करने से हर प्रकार की समस्या से छुटकारा मिलता है।
शिव जी को प्रसन्न करने के लिए सोमवार को करें ये उपाय (Somwar Ke Upay)
सोमवार के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद मंदिर जाएं या घर पर ही विधिविधान से शिव जी (Shivji) की पूजा करें। सबसे पहले भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल और दूध से स्नान कराएं। इसके बाद उन पर चंदन, चावल, भांग, सुपाड़ी, बिल्वपत्र और धतूरा चढ़ाएं। भोग लगाने के बाद आखिरी में शिव जी की विधिविधान से आरती करें।
- मंदिर में जाकर शिव जी (Shivji) को दूध और मिश्री चढ़ाएं। अगर मंदिर न जा सके तो शिव जी को घर में ये चीजें अर्पित करें
- शिव जी को बिल्पपत्र सर्वाधिक प्रिय है। इसलिए अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए सोमवार को शिव शंकर को 11 बिल्व पत्र चढ़ाएं
- इसके अलावा गंगाजल से उनका हर सोमवार अभिषेक करें। मान्यता है कि इससे भगवान शंकर शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं
- ‘ॐ नम शिवाय’ मंत्र के साथ इन्हें मौसम का कोई मीठा फल अर्पित करें
- मान्यता के मुताबिक शिव जी को इमरती चढ़ाकर भी प्रसन्न किया जा सकता है।